भारत देश में ऐसा माना जाता है कि किसी परिवार में अगर दो से ज्यादा बच्चे पैदा होते हैं, तो उन बच्चों की परवरिश के लिए काफी जिम्मेदारियाँ उठानी पड़ती है. यही नहीं बल्कि 2 से ज्यादा बच्चों की परवरिश करना भी आसान नहीं होता है. महंगाई के जमाने में दो बच्चों की परवरिश करने में हालत खराब हो जाती है लेकिन अगर क्या हो किसी साधारण से जॉब वाले व्यक्ति के घर 4 बच्चों की पैदाइश हो जाए. ऐसे में वक्त सबकी अच्छी परवरिश नहीं कर पाता है. यही कारण है कि हमारे देश में साक्षरता की दर काफी कम है, क्योंकि महंगाई के वजह से लोग अपने बच्चों को नहीं पढ़ाते हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताएंगे, जो एक साधारण से बैंक में नौकरी करने वाले व्यक्ति अपने चार बच्चों को काफी अच्छी परवरिश की. यही नहीं बल्कि उन्होंने उनकी पढ़ाई लिखाई पूरी करवाई और उनके सभी बच्चों ने यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास कर लिया.
बड़े बेटे बने आईएएस ऑफिसर
आपको बता दें कि इस परिवार के बड़े बेटे का नाम योगेश मिश्रा है, जिन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करके नोएडा में जॉब करने लगे थे. लेकिन उनका सपना आईएएस ऑफीसर बनने का था. वह नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी किया करते थे. साल 2013 में उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को साल पास कर लिया. जिसके बाद से ही इस परिवार में यूपीएससी परीक्षा को पास करने का मोटिवेशन मिला.
योगेश मिश्रा के आईएएस ऑफिसर बनने के बाद उनकी बहन क्षमा मिश्रा भी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने लगी, लेकिन उन्हें असफलता हाथ लगी. उन्होंने यूपीएससी परीक्षा तीन बार दिया और तीनों बार उन्हें असफलता ही हाथ लगी. जिसके बाद उन्होंने कड़ी मेहनत करके एक बार और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में जुट गई. चौथे प्रयास में क्षमा मिश्रा की मेहनत रंग लाई और वह यूपीएससी परीक्षा पास कर आईपीएस बन गई.
पहले दोनों भाई बहनों की यूपीएससी परीक्षा में सफलता देखने के बाद उनकी छोटी बहन माधुरी मिश्रा ने भी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने लगी. कई सालों की तैयारी करने के बाद छोटी बहन माधुरी मिश्रा की मेहनत भी रंग लाई और उसने भी यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली. जिसके बाद उनके छोटे भाई ने भी अपने बड़े भाई बहनों की तरह यूपीएससी का रास्ता चुना और उन्होंने भी यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास कर ली.
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