राजस्थान भारत का एक ऐसा राज्य है जिसके बारे में ऐसा कहा जाता है कि, वहां के लोग काफी मेहनती होते हैं. वहां के लोग चाहे काम के प्रति अपना मेहनत दिखाएं या फिर पढ़ाई के प्रति, वहां के लोग काफी मेहनत करने वाले होते हैं. यही कारण है कि राजस्थान का शहर कोटा एक ऐसा शहर है, जहाँ से प्रतिवर्ष हजारों इंजीनियर एवं डॉक्टर निकलते हैं. लेकिन आज हम आपको राजस्थान के कोटा शहर से निकले हजारों इंजीनियर या फिर डॉक्टरों के बारे में नहीं बल्कि आरजेएस ऑफिसर के बारे में बताएंगे. हम जिस आरजेएस ऑफिसर के बारे में बात कर रहे हैं, उसका नाम नंदिनी शर्मा है और वह राजस्थान के करौली जिले की रहने वाली हैं.
बिना किसी कोचिंग संस्थान के पास किया परीक्षा
राजस्थान हाई कोर्ट के 2021 के मुख्य परीक्षा का परिणाम सामने आ चुका है. राजस्थान हाई कोर्ट 2021 के मुख्य परीक्षा का परिणाम सामने आते ही यह बात सुर्खियों में आ गई कि, इस बार अधिक पदों पर बेटियों ने अपना कब्जा कर लिया है. जिसके बाद से राजस्थान की बेटियों ने यह साबित कर दिया कि वह किसी से कम नहीं है. राजस्थान के करौली जिले की रहने वाली नंदिनी शर्मा का राजस्थान न्यायिक सेवा में चयन हो चुका है. नंदिनी शर्मा का सफलता ना केवल उनके परिवार वालों के लिए बल्कि पूरे राजस्थान के लिए गौरवमय है. मंगलवार को घोषित हुए परीक्षा के परिणामों में कुल 120 चयनित अभ्यार्थियों में से नंदिनी शर्मा का 29वां रैंक आया है. जिसके बाद से उनके परिवार एवं उनके जिले में खुशी का माहौल है.
नंदिनी शर्मा के पिता के बारे में बात करें तो उनके पिता शहर के प्रतिष्ठित वकील हैं. नंदिनी शर्मा के पिता का नाम किशोर शर्मा है, जिन्होंने अपनी बेटी का पढ़ाई में पूर्ण रूप से सहायता किया. यही नहीं बल्कि नंदिनी शर्मा स्नातक की पढ़ाई में भी राजस्थान यूनिवर्सिटी को टॉप किया और एलएलबी की पढ़ाई में भी उन्होंने टॉप करके गोल्ड मेडल प्राप्त थी. इसके बाद उन्होंने भारत के सबसे प्रतिष्ठित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बेंगलुरू से एलएलएम की पढ़ाई की और इसमें भी वह टॉप रही. इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि, नंदिनी शर्मा पढ़ाई के मामले में ही शुरू से काफी होशियार थीं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि नंदिनी शर्मा ने यह मुकाम हासिल करने के लिए कोई भी कोचिंग संस्थान की मदद नहीं ली. उन्होंने सिर्फ स्टडी करके ही इतना बड़ा मकाम हासिल किया है. मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में नंदिनी शर्मा ने बताया कि सफलता के लिए कड़ी मेहनत के साथ-साथ व्यक्ति का आत्मविश्वास भी काफी मजबूत होना चाहिए. नंदिनी के पिता का भी सपना आरजेएस बनने का था. लेकिन परिवारिक समस्या के चलते उनके पिता यह मकाम हासिल नहीं कर पाए. लेकिन आज उनकी बेटी नंदिनी ने अपने पिता का सपना पूरा किया.
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