हमारे देश भारत के सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी एक ऐसा परीक्षा है, जिसे पास करने के बाद लोग काफी मशहूर हो जाते हैं. पास करने के बाद ना केवल उनके परिवार वाले बल्कि पूरे शहर के लोग उन्हें बधाइयां देने लगते हैं. लेकिन आपको बता दें कि यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास करना आसान नहीं है. इस परीक्षा को केवल ईमानदारी एवं कठिन मेहनत से पास किया जा सकता है. वैसे तो हमारे देश में ऐसा माना जाता है कि, शादी के बाद लड़कियां कुछ नहीं कर सकती. शादी के बाद उनका ससुराल एवं उनके बाल बच्चे ही उनके जीवन होते हैं और महिलाओं को वही करना चाहिए. लेकिन इन्हीं में से कुछ महिलाएं ऐसी हैं, जिन्होंने शादी के बाद भी कुछ ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसके बाद लोग अपनी सोच बदलने पर मजबूर हो गए हैं.
संगीता मोहपात्रा पांचवी प्रयास में बनी अफसर
हम जिस महिला की कहानी बताने जा रहे हैं, उसका नाम संगीता मोहपात्रा है. संगीता भारत के राज्य उड़ीसा से संबंध रखती है. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई उड़ीसा में पूरी की. लेकिन उनका सपना इंजीनियर बनने का था. जिसके बाद उन्होंने आईआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई मैकेनिकल में पूरी की. इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कई सालों तक जॉब भी किया. जिसके बाद उनकी शादी हो गई शादी के बाद वह ससुराल में रहने लगी. लेकिन उनका सपना कुछ कर दिखाने का था, वह ससुराल में रहते हुए भी पढ़ना चाहती थी.
संगीता का ससुराल में रहकर पढ़ने के फैसले को उनके ससुराल वालों ने पूरी तरह से स्वीकारा और वह उनका साथ देने लगे. शुरुआती दिनों में तो संगीता नौकरी के साथ-साथ अपनी यूपीएससी की पढ़ाई जारी रखी. लेकिन बाद में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर घर पर ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने लगी. वह किसी भी कोचिंग संस्थान से नहीं पड़ी बल्कि, उन्होंने अपनी सारी पढ़ाई ऑनलाइन की. इंटरनेट की मदद से उन्होंने यूपीएससी का पूरा सिलेबस कंप्लीट किया और इस लायक बनेगी वह यूपी का परीक्षा दे सकें.
पहले 4 प्रयासों में मिली असफलता
आपको बता दें कि संगीता के पहले 4 प्रयासों में उन्हें बुरी तरह असफलता का सामना करना पड़ा. जिसके बाद उनका मनोबल भी टूट गया था. लेकिन उनके पति ने उनका पूरा साथ दिया और उनका मनोबल बढ़ाया. जिसके बाद उन्होंने एक बार फिर से यूपीएससी की परीक्षा देने का फैसला किया और साल 2019 में उन्होंने पांचवीं बार यूपीएससी की परीक्षा दी. पांचवी प्रयास में संगीता ने यूपीएससी के परीक्षा में ऑल इंडिया 10वां रैंक हासिल किया. इसके बाद वह अफसर बन गई और ना केवल अपने परिवार वाले बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया.
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