भारत का सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी को माना जाता है. लेकिन आपको बता दें कि यूपीएससी के अलावा भी भारत में कई ऐसे परीक्षा है, जिसे काफी कठिन माना जाता है. उन्ही परीक्षाओं में एक परीक्षा नीट का परीक्षा है. आपको बता दें कि इस परीक्षा में सफल होना किसी छात्र के लिए आसान बात नहीं है. ऐसा माना जाता है कि इस परीक्षा को वहीं छात्र पास कर पाता है, जिसके अंदर इस परीक्षा को पास करने का एक अलग जुनून होता है. या फिर यूं कह लें कि जो छात्र पूरे दिल से डॉक्टर बनना चाहता है, वही इस परीक्षा को पास कर पाता है. इन दिनों साल 2022 के नीट की परीक्षा का रिजल्ट चर्चा का विषय बना हुआ है. मालूम हो कि जहां इस परीक्षा में पास होने वाले सफल छात्रों की कामयाबी की कहानी बताई जा रही है, तो वहीं कई छात्र इस परीक्षा को पास नहीं कर पाए.
अक्षत रंजन रहे बिहार के टॉपर
बिहार भारत का एक ऐसा राज्य है जिसके बारे में ऐसा कहा जाता है कि, यहां से टॉपर निकलते हैं. यह बात काफी हद तक सच भी है. भारत का कोई भी ऐसा परीक्षा हो जिसमें बिहार का टॉपर ना हो, यह हो नहीं सकता. भारत के लगभग सभी कठिन परीक्षा में बिहार के छात्र का नाम जरूर आता है. इन दिनों नीट 2022 की परीक्षा में बिहार के टॉपर रहे अक्षत रंजन की बातें पूरे सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. आपको बता दें कि अक्षत रंजन ने बिहार टॉप किया है, तो वहीं उनका ऑल इंडिया रैंक 64 है.
बिहार टॉप करने के बाद अक्षत रंजन ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में टॉप करने का मंत्र बताया है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, केवल कोचिंग ही नहीं बल्कि सेल्फ स्टडी बेहद जरूरी होता है. मालूम हो कि अक्षत रंजन एक डॉक्टर बनना चाहते हैं. जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत भी की थी यही कारण है कि, उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने बिहार में पहला रैंक हासिल किया.
मीडिया से बात करते हुए अक्षत रंजन कहते हैं कि “मैं रोज कोचिंग के भरोसे ही नहीं रहता था. घर पर दिन भर में रोज 9 से 10 घंटे पढ़ाई करता था. एग्जाम के 6 महीने पहले मैंने इस टाइम को और बढ़ा दिया. मैं उनको यही बोलना चाहूंगा कि एनसीआरटी पर पूरी फोकस करें और हमेशा ऑनलाइन टेस्ट देते रहें जिससे आपका रिवीजन होते रहेगा. मैं अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दूंगा साथ ही आकाश में पढ़ाने वाले सभी टीचर्स को दूंगा, उन्होंने मुझे बहुत सपोर्ट किया है”.
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