Jio: Slow इंटरनेट पर काम करना कितना परेशान करता है,किसी को भी पसंद इंटरनेट की स्लो स्पीड पसंद नहीं होती। कई बार जब स्पीड स्लो हो जाती है तो मन करता है की किसी दूसरे नेटवर्क पर शिफ्ट हो जाए ऐसे में भारत में पहले जियो द्वारा 4G technology लॉन्च हुई जिससे यूजर्स को काफ़ी सहूलियत होने लगी फिर 5G technology लॉन्च हुई जो अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुई थी की अब jio ने 6G पर काम शुरू कर दिया है और इसके साथ ही प्रतियोगिता वो देखते हुए Samsung, Huawei, LG और कुछ और बड़ी टेक कंपनियां भी 6G टेक्नोलॉजी पर काम करना शुरू करने वाली हैं।
Jio की सब्सिडियरी कंपनी Estonia ने 6जी पर काम करना शुरू कर दिया है जियो एस्टोनिया ने बताया है कि वह अगली पीढ़ी के 6जी नेटवर्क का पता लगाने के लिए University of Oulu के साथ मिलकर काम करने वाली है जो भविष्य के वायरलेस एंड-टू-एंड सॉल्यूशन्स को यूजर रिक्वायर्मेंट की एक wide रेंज के लिए सक्षम बनाएगा।
स्पीड की बात करे तो 6G में 5G से 100 गुना ज्यादा स्पीड होने वाली है।
कंपनी ने अपनी आगे की योजनाओं के बारे में अभी कोई जिक्र नहीं किया है, लेकिन यह जरूर बताया है कि “इस पार्टनरशिप से एरियल और स्पेस कम्युनिकेशन, , साइबर सिक्योरिटी,होलोग्राफिक बीमफॉर्मिंग,माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक और फोटोनिक्स में 3D कनेक्टेड इंटेलिजेंस को बढ़ावा मिलेगा मिलने वाला है।” 6जी नेटवर्क की स्पीड 5G की तुलना में 100 गुना ज्यादा रहने वाली है जिसका मतलब हुआ की डेटा ट्रांसमिशन के लिए डाउनलोडिंग स्पीड 1,000 जीबीपीएस तक होगी।
6g नेटवर्क में कोई भी 6gb तक की मूवी केवल 51 सेकेंड में डाउनलोड हो जायेगी है न अमेजिंग।
लॉन्च की बात करे तो 2025 तक 6G technology आने की संभावना है।
टेलीकॉम सेक्रेटरी K Rajaraman का मानना है कि 6G की भविष्य से जुड़ी संभावनाओं पर विचार किया जाना चाहिए जिससे 6G को दुनिया के साथ-साथ भारत में भी उसी के साथ उतारा जा सके।
6G वायरलेस टेक्नालॉजी एक 6th जनरेशन टेक्नालॉजी है।
Read More: आपके पैर जूतों के अंदर भी बर्फ जैसे ठंडे रहते है, तो ये सर्दी नहीं इन बीमारियों के लक्षण (Symptom of these diseases) हो सकता
अभी फिलहाल फिनलैंड की University of Oulu में इस वक्त 6G technology पर रिसर्च चल रहे है यहां वायरलेस टेक्नोलॉजी से संबंधित शोध होते है।
6G technology को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स के साथ मिलाकर तयार किया जा रहा है, जो कि ऑटोनॉमस तरीके से काम कर पाने में सक्षम होगी।
यह टेक्नालॉजी मशीन लर्निंग और AI पर काम करेगी यानी इंसानो की तरह सीख और समझ सकेगी।
6G technology ही हमारी आगे आने वाली डिजिटल दुनिया का भविष्य है, यदि यह कहा जाए तो गलत बिलकुल नहीं होगा।