भारत में यूपीएससी एग्जाम को सबसे कठिन एग्जाम्स में से एक माना जाता है. यही वजह है कि परीक्षा में कई स्टूडेंट बैठते हैं लेकिन सफलता कुछ को ही प्राप्त होती है. आईएएस और आईपीएस का रुतबा जितना बड़ा है उतना ही बड़ा इसकी तैयारियां भी करनी पड़ती है. लेकिन इन सबके बावजूद भारत के कई ऐसे शिक्षार्थियों ने इस एग्जाम को क्रैक किया है जो आज उनके नाम का मिसाल पेश किया जाता है. आज हम ऐसे ही एक महिला की कहानी बताने जा रहे हैं. जिन्होंने गर्भवती होने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और यूपीएससी की परीक्षा पास कर अपने सपनों को हकीकत में बदल दिया.
हरियाणा के झज्जर जिले की रहने वाली पूनम दलाल दहिया ने यूपीएससी की परीक्षा पास करते हुए एक मिसाल पेश कर चुकी हैं. जिस समय उनका परीक्षा था उस समय वह गर्भवती थी. ऐसी हालत में पूनम ने परीक्षा हॉल में बैठ कर अपना एग्जाम दिए. गौरतलब है कि वह इस परीक्षा में सफल भी रहीं. ऐसी हालत में परीक्षा पास कर पूनम दलाल उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा की काम कर रही है जो थोड़ी मुश्किलों को देखकर घबरा जाती हैं और अपना हौसला तोड़ देती हैं.
यह मामला साल 2015 की है. उस समय पूनम 9 वें महीने की गर्भवती थी. उस समय इनका यूपीएससी प्रीलिम्स की परीक्षा थी. वह इसी हालत में परीक्षा भी दी और सफल भी हुईं. यूपीएससी पूरी तरह से क्रैक कर वह हरियाणा के डीएसपी पद पर काफी समय तक रहीं. लेकिन वर्तमान में वह इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं.
पूनम दलाल 21वर्ष की आयु में ही स्कूल में टीचर की नौकरी करती थी. इसी दौरान इन्होंने ने ग्रेजुएशन करते हुए बैंकिंग सेक्टर में पीओ की परीक्षा दी. जिसमे वह पास भी हो गई. परीक्षा में पास होने के बाद पूनम ने टीचर की नौकरी छोड़ कर बैंक में काम करने लगी.जब वह पहली बार यूपीएससी पास की थी तब उन्हें कम रैंक के वजह से रेलवे पुलिस आर पी एफ की रैंक मिली थी. अपने इस रैंकिंग से वह खुश नहीं थीं. दूसरी प्रयास में भी इन्हे कम रैंक के चलते आरपीएफ ही मिला. हिम्मत नहीं हारी और फिर मेहनत में लग गई. आखिर कर साल 2015 में पूनम को मनपसंद रैंक मिला जिससे वह इनकम टेक्स विभाग में अस्सिटेंट कमिशनर का पद पर कार्यरत हैं.
Discussion about this post