आज के जमाने में पैसा कमाना काफी कठिन काम हो गया है. महंगाई के बढ़ते इस दौर में नौकरी पाना काफी मुश्किल माना जाता है. यही कारण है कि आजकल के युवा काम ढूंढने के बजाय अपना खुद का स्टार्टअप करने में ज्यादा भरोसा रखते हैं. ऐसे ही आज हम आपको बिहार के लाल सिद्धांत के बारे में बताएंगे. जिन्होंने दिल्ली में आकर एक ऐसा स्टार्टअप शुरू किया है, जिसके चर्चे इन दिनों सोशल मीडिया पर हो रहे हैं. आपको बता दें कि सिद्धांत पुराने जींस से कुछ इस तरह के डेकोरेशन का सामान बनाते हैं, जो लोगों को काफी आकर्षित करता है.
पुराने जींस की मदद से बनाते हैं आकर्षित चीजें
आपको बता दें कि बिहार के रहने वाले सिद्धांत को “जींस का जादूगर” भी कहा जाता है. “जींस का जादूगर” कहे जाने के पीछे की सबसे बड़ा कारण यह है कि, सिद्धांत ने पुराने जींस की मदद से कुछ ऐसे सामान एवं डेकोरेशन की चीजें बनाई है, जिसे लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है. यही नहीं बल्कि जींस द्वारा बनाई गई चीजें सोशल मीडिया पर भी काफी तेजी से वायरल हो रही है. आपको बता दें कि वह पुरानी जींस को इकट्ठा करके उससे घर में सजाने के सामान बनाते हैं. टेबल, कुर्सी से लेकर तकिया तक सब कुछ पुराने जींस की मदद से ही बनाते हैं.
सिद्धांत की पढ़ाई के बारे में बात करें तो उन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली में स्थित यूनिवर्सिटी जामिया मिलिया इस्लामिया से किया है. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने खुद का स्टार्टअप करने का फैसला किया. हालांकि इससे पहले भी उन्होंने कई स्टार्टअप किए लेकिन वह सब फ्लॉप रहे. जिसके बाद उन्होंने पुरानी जींस की मदद से डेकोरेशन का सामान बनाने का फैसला किया.
पुराने जींस से डेकोरेशन का सामान दर्शकों को काफी आकर्षित कर रहा है और लोग उसे खरीद रहे हैं. आपको बताते चलें कि सिद्धांत पुरानी जींस की मदद से ना केवल डेकोरेशन का सामान बल्कि चप्पल भी बनाते हैं. उनके इस स्टार्टअप के बारे में बात करें तो उनका यह स्टार्टअप का 1 साल का टर्नओवर लगभग 1.5 करोड़ है. लेकिन जब वह दिल्ली में आए थे, तब उनके पास पैसे नहीं हुआ करते थे. उनकी माँ ने खुद अपने गहने बेचकर सिद्धांत को दिल्ली भेजा था.
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