केंद्र सरकार ने भारत को मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने, रोजगार निर्माण करने, और भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने और 1 ट्रिलियन की इकोनॉमी बनाने के अपने सपने को एक नई दिशा देने के लिए मार्च, 2020 में PLI ’उत्पादन–संबद्ध प्रोत्साहन’ (Production Linked incentives scheme) योजना का उद्दघाटन किया था।
PLI स्कीम का अमेरिका, चीन, जापान जैसे देशों पर भारत की निर्भरता को कम करके देश को मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने के केंद्र सरकार के सपने को पूरा करने में बहुत बड़ा योगदान देने वाली है।
क्या है PLI (production linked incentives scheme) ’उत्पादन–संबद्ध प्रोत्साहन’ योजना?
PLI योजना के तहत 13 बड़े क्षेत्रों जैसे; फार्मास्यूटिकल दवाओं,ऑटोकम्पोनेंट्स, ऑटोमोबाइल, दूरसंचार, वस्त्र,व्हाइट गुड्स(A.C ,LED), सौर पीवी चैनल में प्रोत्साहन योजना को लॉन्च किया है।
आत्मनिर्भर 3.0 पैकेज में सरकार ने 1.45 करोड़ रुपये अकेले पीएलआई योजना पर खर्च किए जाने की वादा किया है।
इस योजना का उद्देश्य घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और आयात पर होने वाले खर्च में कटौती लाने के लिए,घरेलू इकाइयों में बने उत्पादों की बिक्री में वृद्धि पर कंपनियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान करना है।
स्थानीय कंपनियों को वर्तमान मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों की स्थापना और उनका विस्तार करने के लिए बढ़ावा देना भी है।
रोजगार बढ़ाने में कैसे सहायक होगी PLI योजना?
PLI योजना में तकरीबन 2 लाख का बजट सरकार ने रखा है जिसके तहत योजना में प्रोडक्शन का 5% प्रोत्साहन राशी के रूप में दिया जाएगा जिससे ऐसा अनुमान है की 520 बिलियन डॉलर का प्रोडक्शन 5-6 सालों में हो जायेगा।
सभी 13 सेक्टर जिनके लिए ये योजना लाई गई है उनमें वर्कफोर्स तकरीबन दोगुना हो जायेगा।
प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट बढ़ेगा, जॉब्स बढ़ेगी। लोगो की इनकम बड़ेगी,लोगो के पास पैसा आएगा तो डिमांड बढ़ेगी और फिर उससे लाभ होगा।
MSME (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम के नाम से जानते हैं।)सेक्टर को भी बूस्ट मिलेगा।
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PLI योजना संबंधित क्षेत्रों के मंत्रालयों के द्वारा संचालित और कार्यान्वित की जायेगी।
क्यों इतनी महत्वपूर्ण है ये योजना?
PLI के तहत नए इन्वेस्टर्स,मैन्युफैक्चर्स को प्रोत्साहन मिलेगा।
ऑटोमोबाइल क्षेत्र को विश्व स्तर पर बढ़ावा देगी।
भारत में फार्मास्यूटिकल्स के विकास और विनिर्माण के लिये नए रास्ते खुलेंगे।
भारतीय वस्त्र उद्योग जो विश्व में 5 वें नंबर पर आता है को बढ़ावा मिलेगा।
व्हाइट गुड्स को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्द्धी बनाने की संभावना बढ़ेगी।
स्टील एक बहुत महत्त्वपूर्ण उद्योग है, और क्या आप जानते है; भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टील उत्पादक देश है। भारत का स्टील उद्योग विश्व भर में नंबर वन पर आने की क्षमता रखता है। PLI योजना से मूल्यवर्द्धित स्टील के लिये विनिर्माण की क्षमता को बढ़ाने में मदद मिल सकेगी जिससे कुल निर्यात में भी वृद्धि होगी।
PLI स्कीम से देश में विनिर्माण क्षेत्र के विकास को बल मिलेगा, जिससे निर्यात में वृद्धि होगी और भारत अमेरिका,चीन और जापान जैसे देशों से प्रतिस्पर्धा कर पाएगा।