भारत में क्रिकेट ऐसा खेल है, जिसे दर्शकों द्वारा काफी पसंद किया जाता है. भारत में क्रिकेट की बात आती है तो ऐसे में लोग केवल पुरुष क्रिकेट टीम के बारे में बात करते हैं. लेकिन आपको बता दें कि इस पिछले कुछ सालों से भारतीय महिला क्रिकेट टीम भी बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ रही है. भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना एक अलग पहचान बनाया है. पूरे विश्व में भारतीय महिला क्रिकेट टीम टॉप की टीम मानी जाती है. लेकिन आज हम आपको भारतीय महिला क्रिकेट टीम के बारे में नहीं बल्कि, भारतीय महिला क्रिकेट टीम के एक खिलाड़ी राधा यादव के बारे में बताएंगे.
राधा यादव भारतीय महिला क्रिकेट टीम की एक अहम खिलाड़ी है. वह टीम में एक बॉलर के रूप में खेलती हैं. आज राधा यादव को हर कोई जानता है. लेकिन आपको बता दें कि, यहाँ तक का सफर तय कर पाना राधा यादव के लिए आसान नहीं था. उन्होंने अपने जीवन में एक से बढ़कर एक कठिन परिस्थितियों का सामना किया है. राधा यादव की जिंदगी के बारे में बात करें, तो वह मुंबई की रहने वाली हैं और उन्होंने अपना आप पूरा बचपन मुंबई में ही बिताया है. उनके पिता डेयरी का काम करते हैं और साथ में एक दुकान भी चलाते हैं.
मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में राधा यादव कहती हैं कि, उन्होंने मात्र 6 साल की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. जब वह 18 साल की हुई, तब उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपना डेब्यू मैच खेला था. जिसके बाद से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. दिन प्रतिदिन उनके खेल में सुधार होता गया और आज वह भारतीय महिला क्रिकेट टीम की एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं. यही नहीं बल्कि अब बीसीसीआई के कॉन्ट्रैक्ट के अंतर्गत राधा यादव को सालाना 30 लाख रुपए मिलेंगे. जिसके बाद उन्होंने अपने पिता के लिए एक नई दुकान बनवाई है.
आपको बताते चलें कि राधा यादव अब वूमेन आईपीएल टीम में भी सिलेक्टेड हो चुकी है. जिसके बाद से उनकी आर्थिक स्थिति और भी मजबूत हो गई है. लोगों को ऐसा उम्मीद है कि, आने वाले समय में राधा यादव एक स्टार क्रिकेटर के रूप में उभरेंगी.
To get secure cheap & best deal from Flipkart, Amazon, Ajio, and Myntra then do join our Telgram group.
Discussion about this post