असफलता ही सफलता की पहली सीढ़ी ही मानी जाती है. ऐसा माना जाता है कि, कोई भी सफलता मिलने से पहले मनुष्य के जीवन में एक बार जरूर असफलता दिखाई देती है. लेकिन जो व्यक्ति असफलता से घबरा जाता है और कभी भी अपने जीवन में कामयाब नहीं हो पाता है. कई बार तो ऐसा देखा जा चुका है कि कई बार असफलताओं के बाद भी किसी व्यक्ति ने अपने जीवन में सफलता हासिल की हो. ऐसे ही आज हम आपको एक आईपीएस अधिकारी के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने अपने जिंदगी में सबसे बुरे दिन देखे हैं. लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने जीवन में कामयाब हुए.
आज हम आपको जिस आईपीएस अधिकारी के बारे में बताने वाले हैं, उस आईपीएस अधिकारी का नाम मोहम्मद अली शिहाब है. मोहम्मद अली हमारे देश भारत के राज्य केरल के रहने वाले हैं. उनके पिता के बारे में बात करें तो उनके पिता पान की पत्तियां बेचा करते थे. उनकी आर्थिक हालत बेहद खराब थी. लेकिन साल 1991 में मोहम्मद अली के पिता का एक बीमारी की वजह से निधन हो गया. पिता के निधन के बाद घर की स्थिति और भी खराब हो गई. फिर घर की सारी जिम्मेदारी मोहम्मद अली के ऊपर आ गई.
आपको जानकर हैरानी होगी कि पिता के निधन के बाद मोहम्मद अली को अनाथालय भेज दिया गया. अनाथालय में उन्होंने लगभग 10 सालों का समय गुजारा मीडिया से बात करते हुए मोहम्मद अली कहते हैं कि, अनाथालय उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं था. वह अनाथालय में रहकर बहुत कुछ सीखते एवं पढ़ते थे. घर की सारी जिम्मेदारी उनके कंधे पर आने की वजह से उन्होंने काफी कम उम्र में ही परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. आपको जानकर हैरानी होगी कि मोहम्मद अली ने अपने जीवन में 21 तरह के एग्जाम निकाले हैं.
आपको बताते चलें कि मोहम्मद अली ने अपने जीवन में कई तरह के काम किए हैं. यही नहीं बल्कि उन्होंने चपरासी तक का काम किया है. लेकिन इसके बाद वह सिविल सर्विस की परीक्षा की तैयारी करने लगे. मालूम हो कि साल 2011 में उन्होंने यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करके इतिहास रच दिया. यूपीएससी में सफलता हासिल करने के बाद मोहम्मद अली आईपीएस अधिकारी बन गए.
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