उत्तर प्रदेश कुशीनगर जिले में स्थित एक कुआं कई लोगों के लिए मौत का कुआं बन गया. 22 महिलाएं और बच्चियों को एक साथ कुएं में गिरने से हाहाकार मच गया. अधिकतर लोगों की मौत उसको में डूबने से हो गई. मौत के इस लिस्ट में एक बहादुर लड़की जिसका नाम पूजा है अपनी बहादुरी से कई लोगों को जान बचाने के बाद खुद मौत के मुंह में चली गई. पूजा बहुत जल्द सेना में भर्ती होने वाली थी. लेकिन सेना में अपने देश के लिए लड़ने से पहले ही 5 लोगों कि जिंदगियां बचा कर इस दुनिया को अलविदा कह गई.
दरअसल ये पूरा घटना नेबुआ नौरंगिया थाने के नौरंगिया गांव के स्कूल टोला कि है. उस समय एक कार्यक्रम चल रहा था. उसी कार्यक्रम के दौरान कुएं के स्लैब पर कई महिलाएं तथा कई बच्चे मौजूद थे. लेकिन यह किसे पता था की वही कुएं जिसके स्लैब के ऊपर वह सभी खड़े हैं उनकी मौत का कारण बन जाएगी. अचानक से कुएं का स्लैब टूट कर कुएं में जा गिरी. इसी के साथ साथ स्लैब पर जितने भी लोग मौजूद थे वह सभी के सभी कुएं में जा गिरी. इसमें बच्चियों के साथ साथ 22 महिलाएं मौजूद थीं.
इन सभी को कुएं में गिरते देख वहां पर मौजूद लोगों के बीच हाहाकार मच गई. घबराहट और लोगों को समझ में नहीं आ रहा था की वह उनकी मदद कैसे करें. आनन-फानन में कुछ नौजवान लोगों ने रस्सियों का इंतजाम कर कुए में उतरने लगे. जहां से कई महिलाओं और बच्चियों को कुएं से बाहर निकालने लगे. गांव के सभी लोग रस्सी के माध्यम से कुएं में गिरे लोगों को बाहर निकालने में लगे हुए थे. यह काम काफी तेजी से हो रहा था लेकिन कुएं में काफी ज्यादा पानी होने के कारण वहां से कुएं में गिरे लोगों को निकालने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था.
बातचीत के दौरान हादसे के समय लोगों ने बताया कि पूजा को इन सभी को बाहर निकालने का धुन सवार था. इसलिए रस्सियों के सहारे कुएं में लटक कर 5 लोगों को बाहर निकाल चुकी थी. लेकिन इसके बाद पैर फिसलने के कारण वह भी उसी कुएं में गिर गई जिससे पूजा बच नहीं सकी. रोते बिलखते लोग पूजा का नाम ले रहे थे. इस हादसे में पूजा की मां भी कुएं में गिर गई थी लेकिन उसने अपनी मां को तो बचा लिया. मगर खुद मौत को गले लगा ली. पूजा के साथ साथ कुएं में गिरने से दो जुड़वां भाइ आदित्य और उत्कर्ष की भी जान चली गई.
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