भारत का सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी की परीक्षा को माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि यूपीएससी की परीक्षा ना केवल भारत का बल्कि विदेशों के कई परीक्षाओं से भी कठिन परीक्षा है. इस परीक्षा को पास करना हर किसी के बस की बात नहीं. लेकिन आपको बता दें कि इस परीक्षा को पास करने वाले कई ऐसे विद्यार्थी होते हैं, जिन्होंने अपने जीवन में कई तरह के मुसीबतों का सामना किया हो. ऐसे ही आज हम आपको यूपीएससी की परीक्षा को पास करने वाली एक विद्यार्थी पल्लवी वर्मा के बारे में बताएंगे. जिन्होंने अपने जीवन में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करके यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास किया.
6 बार फेल होने के बाद सातवीं बार बनी अफसर
यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास करना हर किसी का सपना होता है. इस परीक्षा को पास करने के बाद वह छात्र ना केवल अपने परिवार में बल्कि अपने शहर में भी एक अच्छा मुकाम हासिल कर लेता है. वैसे तो यूपीएससी की परीक्षा को पास करने वाले काफी समय से छात्र होते हैं, जो पहले परिवार में इस कठिन परीक्षा को पास कर लेते हैं. ऐसे आज हम आपको एक विद्यार्थी पल्लवी वर्मा के बारे में बताएंगे, जिन्होंने यह परीक्षा सातवीं प्रयास में पास किया.
आपको बता दें कि यूपीएससी की परीक्षा में दो या तीन बार असफल होने के बाद छात्र इस परीक्षा की तैयारी को छोड़ देते हैं, और किसी दूसरे परीक्षा में जुट जाते हैं. लेकिन इंदौर की रहने वाली पल्लवी वर्मा एक ऐसा नाम है, जिन्होंने इस परिक्षा को सात प्रयास में पास किया. यही नहीं बल्कि पिछले 6 प्रयासों में उनके हाथ निराशा लगी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी.
पल्लवी वर्मा के बारे में बात करें तो पल भी 1 मार्च साल 2013 से यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रही थी. लेकिन उन्हें कामयाबी साल 2020 में मिली. पिछले छह परीक्षा में वह तीन बार प्रीलम में ही असफल हो गई, तो वहीं एक बार वह मेंस की परीक्षा में असफल हुई, तो दो बार उन्हें इंटरव्यू राउंड से निराशा हाथ की लगी, लेकिन सातवें प्रयास में उन्होंने बाजी मार ली. साल 2020 के यूपीएससी की परीक्षा में पल्लवी वर्मा ने 340 रैंक लाकर ना केवल अपने परिवार बल्कि अपने शहर का भी नाम रोशन किया.
Discussion about this post