गरीबी मनुष्य के जीवन का एक अहम पहलू है. गरीबी की वजह से मनुष्य को कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. लेकिन अपनी गरीबी से मोटिवेशन लेकर अपने जीवन सफल हो जाते हैं. आज हम आपको ऐसे ही एक लड़की के बारे में बताएंगे जिसने कड़ी मेहनत करके यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास किया. यही नहीं बल्कि इस परीक्षा में वह 481 रैंक ले आई. ऐसा माना जाता है कि यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के लिए आर्थिक रूप से भी सक्षम होना पड़ता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी लड़की के बारे में बताएंगे, जो आर्थिक रूप से बेहद कमजोर थी. आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी और यूपीएससी जैसे परीक्षा को पास कर लिया.
पिता करते थे दिहाड़ी मजदूरी
आपको बता दें कि हमारे देश का एक बहुत बड़ी जनसंख्या दिहाड़ी मजदूरी करके अपना पेट पालता है. दिहाड़ी मजदूरी करने वालों के जीवन में गरीबी हमेशा बनी रहती है. लेकिन यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास करने के लिए ऐसा माना जाता है कि, इस परीक्षा को पास करने के लिए विद्यार्थी के अंदर एक प्रकार का जुनून होना चाहिए. कई लोग अपनी गरीबी को ही अपना जुनून बना लेते हैं और यूपीएससी की परीक्षा को पास कर लेते हैं. ऐसे ही आज हम आपको जिस लड़की के बारे में बताने वाले हैं, उसका नाम एस. अस्वती है. जिन्होंने सॉन्ग 2020 के यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल किया था.
यूपीएससी की परीक्षा को पास करना हर किसी के बस की बात नहीं है. साल 2020 में यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास करने वाली एस. अस्वती का जीवन बेहद गरीबी में गुजरा है. उनके पिता दिहाड़ी मजदूरी करके अपने एवं अपने परिवार का पेट पालते थे. एस. अस्वती प्राथमिक शिक्षा के बारे में बात करें, तो उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने शहर में ही रहकर पूरा किया. जब वह आठवीं कक्षा में थी तब उन्होंने यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास करने का सपना देखा था. हालांकि 12वीं की परीक्षा के बाद वह इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेकर इंजीनियर बन गई.
इंजीनियर बनने के बाद उन्होंने कुछ सालों की तरफ से जो विधि किया लेकिन जॉब के दौरान सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी भी करती थीं. एक समय उन्हें ऐसा लगा कि जॉब के साथ-साथ सिविल सर्विस की परीक्षा की तैयारी पूरी नहीं हो सकती. जिसके बाद उन्होंने अपने जॉब को छोड़ दिया और सिविल सर्विस की परीक्षा में जुट गई. जिसके बाद साल 2020 में सफलता हासिल हुई और यूपीएससी की परीक्षा में 481 रैंक ले आई.
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