एशेज सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच गुरुवार से एडिलेड के एडिलेड ओवल मैदान पर खेला जाना है। यह टेस्ट मैच डे-नाइट होगा और इसके लिए सिलेक्शन को लेकर इंग्लैंड टीम उलझन में पड़ गई है। टीम मैनेजमेंट को टीम में बैलेंस बनाने के लिए कुछ कड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज का पहला टेस्ट मैच नौ विकेट से अपने नाम किया था और इंग्लैंड टीम पूरे मैच के दौरान संघर्ष करती नजर आई थी। स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन दोनों को पहले टेस्ट में आराम दिया गया था।
ब्रिसबेन टेस्ट में तीन तेज गेंदबाजों क्रिस वोक्स, मार्क वुड और ओली रॉबिन्सन ने मैच के दूसरे दिन ट्रेविस हेड के आने से पहले काफी प्रभावित किया था। हालांकि, जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड दोनों के पिंक बॉल टेस्ट में खेलने की उम्मीद है, जबकि जैक लीच को शामिल करने पर फैसला लिया जाएगा क्योंकि उन्होंने पहले टेस्ट में 13 ओवर में बिना कोई विकेट लिए 102 रन लुटाए थे। चार साल पहले इंग्लैंड के पास मोईन अली थे, जो स्पिन का विकल्प देते थे और चार विशेषज्ञ तेज गेंदबाज खेलते थे, जो सभी इस दौरे का हिस्सा हैं। चाहे वे लीच या ऑफ स्पिनर डोम बेस को शामिल कर सकते हैं, लेकिन देखना होगा कि ब्रिसबेन में घुटने टेकने के बाद बेन स्टोक्स कैसे गेंदबाजी करते हैं।
ऑफ स्पिनर नाथन लियोन का डे-नाइट टेस्ट में बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है, जहां उन्होंने 27.41 (एडिलेड में 25.78 के औसत से 19 विकेट) औसत से 29 विकेट लिए हैं। वहीं दक्षिण ऑस्ट्रेलिया से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले हेड भी इन परिस्थितियों से वाकिफ हैं और स्पिन को अच्छा खेल सकते हैं। टेस्ट के दूसरे दिन शुक्रवार को मौसम भी गर्मी से भरा रहेगा, जहां पर तापमान 35 डिग्री तक जाने की संभावना है।