Ye Rishte hain Pyar Ke: स्टारप्लस पर प्रसारित होने वाला सीरियल ये रिश्ते है प्यार के में मिस्ठी अग्रवाल का किरदार रिया शर्मा और अबीर का किरदार शहीर शेख निभा रहे थे। ये एक रोमेंटिक ड्रामा था जो कि, ये रिश्ता क्या कहलाता है का स्पिन-ऑफ है।
दर्शकों द्वारा इस शो (Ye Rishte hain Pyar Ke) को बहुत ज्यादा पसंद किया गया था। शो के साथ ही मिस्ठी और अबीर की जोड़ी को भी शो के दर्शकों द्वारा बहुत पसंद किया गया।
ये रिश्ते है प्यार के (Ye Rishte hain Pyar Ke) शो को 2020 में ऑफ एयर यानी कि बंद कर दिया गया था। इस शो ऑफएयर हो जाने से फैन्स बहुत निराश हुए थे। इस शो के कई सारे फैन्स ने चैनल और मेकर्स से शो के एक्सटेंशन की अपील की थी।
शो (Ye Rishte hain Pyar Ke) को बंद क्यों किया गया, ये सवाल हर एक फैन के मन था। कहा गया है कि, कम TRP के चलते शो को बंद कर दिया गया था।
शो ये रिश्ते हैं प्यार के (Ye Rishte hain Pyar Ke) का आखिरी एपिसोड 17 अक्टूबर को टेलीकास्ट किया गया था।
इस शो की जगह पर साथ निभाना साथिया 2 शुरू किया गया था।
आपको बता दे कि ये रिश्ते हैं प्यार के मार्च 2019 में शुरू हुआ था, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया था।
शो की कहानी
इस शो (Ye Rishte hain Pyar Ke) में राजकोट गुजरात में रहने वाले एक परिवार एक की कहानी को दिखाया गया था। लीड रोल में रिया शर्मा मिष्ठी का किरदार निभा रही थी।
मिष्टी बहुत ही प्यारी, सौम्य और नम्र लड़की होती है। मिष्टी के विचार काफी खुले हुए थे और वो एक आत्मनिर्भर लडकी है। शादी को लेकर उनके ख्याल है कि, वो जिनसे भी शादी करें उन्हें पहले वो समझना चाहेंगी। उन्हें माहेश्वरी परिवार ने गोद लिया होता है।
अबीर बहुत ही खुश मिजाज़, सकारात्मक ऊर्जा से हुआ व्यक्ति होता है। जो कि अपनी मन की बातें कविताओं के द्वारा व्यक्त करना पसंद करता है।
Read More : नहीं रहे मशहूर संगीतकार Bappi Lahiri, जानिए उनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें
अबीर के भाई कुणाल पर कुहू का दिल आ जाता है, कुहू मिष्टी की बहन होती है। अबीर और कुणाल की माँ कुहू के घर रिश्ता भेजती है। वह मिष्टी को कुहू समझ बैठती है। एक ओर कुहू का दिल टूट जाता है, तो दूसरी ओर मिष्टी शादी करने से पहले लडके को जानने की इच्छा राखती है। मिष्टि और अबीर धीरे धीरे एक दूसरे के करीब आते है, और इनके बीच गहरी दोस्ती हो जाती है साथ ही प्यार भी। दोनो अपने प्यार का इज़हार कर देते है।
मीनाक्षी अबीर को धर्मसंकट में डाल देती है कि, उन्हें कुणाल और मिष्टि में से किसी एक को चुनना होगा तो बस फिर अबीर मिष्टि से अपना रिश्ता तोड़ लेता है। कुछ समय बाद मिष्टि का दोस्त निशांत उनकी मदद करता है। अबीर के मुह से सच बुलवानी की कोशिशें की जाती है। इसी बीच निशांत को भी मिष्टि से प्यार हो जाता है। अंत में अबीर और मिष्टि साथ आ जाते है और परिवार के सामने अपने प्यार का इज़हार करते है। कुहू और कुणाल भी साथ आ जाते है।