यूपीएससी की परीक्षा भर्ती एक ऐसी परीक्षा है, जिसकी तैयारी करने के लिए लाखों रुपए खर्च होते हैं. भारत में यूपीएससी की परीक्षा के कोचिंग की फीस काफी ज्यादा होती है. यही कारण है कि मिडिल क्लास के लोग यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास करने का सपना तो देख लेते हैं, लेकिन उस परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थान में दाखिला नहीं करवा पाते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण यह होता है कि यूपीएससी की परीक्षा की कोचिंग की फीस लाखों में होती है. जिसे हर कोई नहीं भर सकता. इन्हीं में से कुछ छात्र ऐसे होते हैं जो बिना कोचिंग संस्थान की मदद से यूपी जैसे कठिन परीक्षा को पास कर लेते हैं.
जिन छात्रों ने बिना कोचिंग संस्थान की मदद से यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास किया है, उन छात्रों की सूची में एक नाम तपस्या परिहार का भी है. आज हम आपको आईएएस अधिकारी तपस्या परिहार के बारे में बताएंगे. मालूम हो कि तपस्या परिहार भारत के राज्य मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर इलाके से ताल्लुक रखती हैं. तपस्या के बारे में बात करें तो उनके पिता एक किसान है. तपस्या में अपनी शुरुआती पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय से पूरी की. उन्होंने अपनी मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट की पढ़ाई में स्कूल टॉप किया था.
इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी करने के बाद तपस्या परिहार ने दिल्ली में जाकर लॉ की पढ़ाई पूरी की. मालूम हो कि उन्होंने 5 साल के कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास करने का निर्णय लिया. साल 2015 में तपस्या परिहार ने अपने कानून की पढ़ाई पूरी कर ली थी. जिसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. जिसके बाद पहले प्रयास में उनके हाथ असफलता लगी. लेकिन बाद में उन्होंने कड़ी मेहनत करके यह कैसी जैसे कठिन परीक्षा को पास कर लिया और आईएएस अधिकारी बन गई.
मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में तपस्या परिहार कहती है कि, “यूपीएससी परीक्षा के लिए सबसे पहले चाचा ने मुझे प्रेरित किया था. जब मैं पुणे में थी, तब ही वास्तव में इस पर विचार किया था. सीएसई के लिए उपस्थित होना और प्रशासन का हिस्सा बनना मेरे चाचा का सपना था. वह इसे हासिल नहीं कर सके थे”.
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