Haunted bhangarh fort: भानगढ़ का किला राजस्थान के अल्वर जिले में स्थित है। यह किला जयपुर और दिल्ली के मध्य में पड़ता है। भानगढ़ का यह किला (Bhangarh Fort)‘सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान’ (Sariska National Park) के एक छोर से लगा हुआ है।
शायद आपको पता न हो कि, भानगढ़ का यह किला (Bhangarh Fort)‘ भारत के सबसे डरावने स्थानों में से एक माना जाता है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पुरातत्व विभाग ने भी सूर्यास्त के उपरांत किले में प्रवेश करने के संबंध में चेतावनी दे रखी है।
कहा जाता है कि, भानगढ़ का यह किला (Bhangarh Fort)‘ सन् 1573 में आमेर के महाराजा भगवंतदास के द्द्वारा निर्मित कराया गया था। इसके निर्माण के 300 सालो के बाद यह किला ध्वस्त हो गया।
इस किले को लेकर कुछ कहानियां भी प्रचलित है जिनमे से हम आपको एक कहानी के बारे में बताते है;
रानी रत्नावती और तांत्रिक सिंधु सेवड़ा की कहानी
रानी रत्नावती भानगढ़ के राजा छत्रसिंह पत्नी थी। रानी रत्नावती बहुत ही सुंदर थी। रानी रत्नावती रूपवती तो थी ही, साथ में तंत्र विद्या में पारंगत थी।
भानगढ़ में एक बार एक काले जादू में पारंगत तांत्रिक सिंधु सेवड़ा आया और किले के सामने स्थित पहाड़ी पर साधना करने लगा। उसने वहां से रानी रत्नावती को देखा और उनके रूप पर आसक्त हो गया। उसने रानी रत्नावती को पाने का षडयंत्र किया और उनकी दासी को अपने साथ मिला लिया। जब वह दासी बाज़ार में रानी के लिए श्रृंगार का तेल लाने गई तो तांत्रिक सिंधु सेवड़ा ने तांत्रिक शक्तियों से उस तेल पर वशीकरण मंत्र प्रयोग कर दिया।
उसे यह पता ही न था कि, रानी रत्नावती खुद तांत्रिक शक्तियों की एक ज्ञाता है। रानी ने वह तेल एक चट्टान पर गिरा दिया। तंत्र शक्तियों के प्रभाव से वह चट्टान तेजी से तांत्रिक सिंधु सेवड़ा की ओर जाने लगी। फिर क्या था, तांत्रिक को अपनी मौत दिखाई दी। तो उसने श्राप दिया कि भानगढ़ नष्ट हो जायेगा। वहाँ के लोग की शीघ्र मौत हो जायेगी और उनकी आत्माएं यही भानगढ़ में भटकती रहेंगी। तांत्रिक वहीं चट्टान के नीचे दबकर मर गया।
शायद यही कारण है कि, आत्मायें आज भी भानगढ़ (Bhangarh Fort)‘ में भटकती हैं। और भानगढ़ की भूतिया और डरावना कहा जाता है।
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भानगढ़ के दर्शनीय स्थल
भानगढ़ (Bhangarh Fort)‘ में देखने लायक कई सारे दर्शनीय स्थल हैं। जिनमें मंदिर सबसे ज्यादा विशेष है। इन मंदिरों की दीवारों और खंभों की नक्काशी इन्हे और भी बेहतरीन और भव्य बनाती है।
किले में प्रमुख मंदिर
- भगवान सोमेश्वर का मंदिर
- गोपीनाथ का मंदिर
- मंगला देवी का मंदिर
- केशव राय का मंदिर