Gangubai Kathiawadi : भारत देश में ऐसे कई सारे लोग और उनसे जुड़ी कहानियां है, जो कभी सामने आए ही नही। क्योंकि किसी ने उनकी तरफ ध्यान ही नही दिया न ही उन्हें सामने आने का कोई मौका मिल सका। अगर ऐसे लोगों के जीवन से जुड़ी कहानियों को सामना लाया जाए तो शायद वो दुनिया के लिए एक सबक बन पाए।
ऐसे ही लोगों में से एक गंगुबाई (Gangubai) के जीवन की एक कहानी है गंगुबाई काठियावाड़ी। जिसे किसी न सुना न जाना।
ये कहानी है, एक ऐसी महिला की, जिसे वैश्या बनना पड़ा और अपने जीवन में न जाने क्या क्या सहना पड़ा।
कौन है गंगूबाई काठियावाड़ी
गंगूबाई (Gangubai) गुजरात के एक काठियावाड़ परिवार से थी। गंगूबाई (Gangubai) का जन्म गुजरात के काठियावाड़ मे 1939 में हुआ था। गंगूबाई का परिवार बेटियों को पढ़ा लिखा कर आगे बढ़ाने में विश्वास रखता था। गंगूबाई परिवार की इकलौती बेटी थी, जिन्हें उनका परिवार पढ़ाना चाहता था। पर उनका मन पढ़ाई में नही, फिल्मों में ज्यादा था। वे मुंबई जाकर हीरोइन बनना चाहती थी।
गंगूबाई काठियावाड़ी की शादी
गंगुबाई (Gangubai) के यहां एक अकाउंटेंट काम करता था। जिसका नाम था, रमणीक। इससे पहले वह मुंबई में काम करता था। जब गंगूबाई को ये पता चला तो उसे मुंबई जाने का रास्ता मिल गया। गंगू और रमणीक पास आने लगे और उन्हें एक दूसरे से प्यारा हो गया। महज 16 साल की उम्र में गंगू ने रमणीक के साथ भाग कर मंदिर में शादी कर ली।
शादी के बाद
शादी करने के बाद वे लोग मुंबई जा पहुंचे और वहीं रहने लगे। एक दिन रमणीक ने गंगू को, एक औरत को मौसी कह के उसके साथ भेज दिया। सच तो ये था कि, रमणीक ने गंगू को 500 रुपए में कोठे वाली को बेच दिया था। गंगूबाई (Gangubai) को यह पता नही था कि, वो मौसी मुंबई के मशहूर स्थान कमाठीपुरा रेड लाइट एरिया की एक कोठे वाली है।
कैसे बनी गंगू कोठेवाली
मुंबई के उस रेड लाइट एरिया में जब गंगूबाई (Gangubai) अकेली थी। तब उन्हे अपनी परिस्तिथियो से समझौता करना पड़ा। वहां एक बार वहशी दरिंदा शौकत खान आया। उसने गंगूबाई के साथ जबरदस्ती की और पूरी रात उसको तकलीफ देता रहा दरिंदगी करता रहा। जिसकी वजह से गंगुबाई की हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई। शौकत खान गंगूबाई को पैसे दिए बिना ही वहां से निकाल गया। गंगूबाई की हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई थी उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जब गंगूबाई ठीक हो गई तब गंगुबाई ने उस आदमी के बारे में पूरी जानकारी निकाली।
तब गंगूबाई (Gangubai) को पता चला कि शौकत खान ही वह व्यक्ति है और वह मशहूर डॉन करीम लाला के साथ काम करता है।
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गंगुबाई (Gangubai) ने करीम लाला से मिल कर शौकत खान की हरकत के बारे में बताया। फिर करीम लाला ने गंगुबाई की रक्षा करने का प्रण लिया और शौकत खान को गंगू भाई के साथ किए जाने वाले अत्याचार के लिए कड़ी सजा भी दी। करीम लाला ने गंगुबाई से राखी बंधवा का उसका मुंह बोला भाई बन गया। तभी से गंगूबाई को कमाठीपुरा में डॉन के नाम से जाना जाने लगा। लोग जितना करीम लाला से डरते थे उतना ही वे गंगूबाई से डरने लगे। इस तरह गंगुबाई (Gangubai) प्रचलित होती गईं। उन्होंने रेड लाइट एरिया में काम करने वाली वेश्याओं के लिए भी बहुत से काम किए।
गंगूबाई (Gangubai) ने कहा था कि, अगर मुंबई में रेड लाइट एरिया ये औरतें ना हो तो, मुंबई की औरतों का घर से बाहर निकलना मुश्किल होता। गंगुबाई किसी भी ऐसी औरत को वहां नहीं रखती जिसका वहां काम करने का मन ना हो।