CGPSC Exam : सफलता हासिल करने के लिए अक्सर संसाधनों की जरूरत पड़ती है और कहीं तक यह बातें सही भी दिखाई देती है, लेकिन कहा जाता है संसाधनों से पहले सफलता हासिल करने के लिए आपको हौसले और जुनून की जरूरत पड़ती है और इसी का जीता जागता उदाहरण है. विजय केवर्त (Vijay Kevart) जिन्होंने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग में 21वीं रैंक हासिल करके अपनी मेहनत का नमूना पेश कर दिया है. यूँ तो इनका बचपन आर्थिक परेशानियों में बीता इसके बावजूद भी इन्होंने संघर्ष से हार नहीं मानी बल्कि संघर्ष से डटकर सामना किया और अब सफलता हासिल कर ली है. इस पोस्ट में हम आपको विजय केवर्त के बारे में ही बताने वाले हैं.
पिता करते हैं कपड़े सिलने का काम
मूल रूप से बिलासपुर इलाके के तखतपुर के रहने वाले विजय केवर्त के पिता का नाम कुलदीप केवर्त है. जो एक दर्जी हैं और कपड़े सिलने का काम करते हैं और यही वजह रही कि घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी तो पांचवी कक्षा में ही विजय ने भी कपड़े सिलने का काम सीख लिया था और यह अपने पिता के साथ दुकान पर काम करते थे.
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जिसके बाद 5 घंटे अतिरिक्त पढ़ाई के लिए इन्हें निकालने होते थे और इसी काम को करते हुए इन्होंने CGPSC Exam की तैयारी की थी और जिस दिन इनका रिजल्ट आया. उस दिन भी यह अपने पेशेवर काम यानी कपड़े सिल रहे थे और उन्हें पता चला कि उनका इस परीक्षा में चयन हो चुका है. इसके बाद तो इनके और इनके पिता के चेहरे पर खुशी देखने लायक थी.
तीन बार मिली असफलता चौथी बार में पास की परीक्षा
विजय केवर्त को CGPSC की परीक्षा में एक दो बार नहीं बल्कि पूरे तीन बार असफलता का सामना करना पड़ा था. इन्होंने 3 बार इस परीक्षा को दिया लेकिन इस दौरान इन्हें मुख्य परीक्षा लिखने का मौका नहीं मिला और यह सिर्फ प्री परीक्षा तक ही सिमट कर रह गए, लेकिन वह कहते हैं ना आप लगातार संघर्ष करते जाइए मेहनत आपको हासिल हो ही जाती है और चौथी बार में इन्हें मेहनत का फल मिला, जब इन्होंने इस परीक्षा को 21वीं रैंक के साथ पास किया और अब यह ‘कर आयुक्त अधिकारी बन गए हैं. बताते चलें विजय केवर्त पहले से सिविल इंजीनियरिंग हैं और इन्होंने सीवी रमन यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है और इस दौरान इनकी फीस में सहयोग देने का काम इनकी स्कॉलरशिप ने किया था. यह बताते हैं कि उस समय पैसे की तंगी थी तो उन्होंने स्कॉलरशिप की मदद से अपनी पढ़ाई पूरी की थी.
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