विद्या विहार आवासीय विद्यालय परोरा ने साल 2020 के यूपीएससी टॉपर शुभम कुमार एवं आईएएस कुमार विवेक निशांत का स्वागत रविवार को किया. साल 2020 के यूपीएससी टॉपर शुभम कुमार इस विद्यालय के पूर्व छात्र हैं. पूर्व छात्र के वापस विद्यालय आने की खुशी में इस विद्यालय ने एक प्रोग्राम आयोजित किया. इसी दौरान दोनों ने स्कूल से जुड़ी अपनी कई यादव एवं अपनी सफलता के बारे में बात की. यही नहीं बल्कि उन्होंने अपने जूनियर्स को मोटिवेट भी किया. साल 2020 के यूपीएससी टॉपर शुभम कुमार ने अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए कहा कि, इस रिजल्ट ने उनकी पूरी लाइफ बदल कर रख दी है. उन्हें अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कि वह यूपीएससी में टॉप कर गए हैं.
पिता को लेकर दिया भावुक बयान
आपको बता दें कि शुभम कुमार के लिए यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा में टॉप करना आसान नहीं था. उनके शुरुआती दिन काफी दुख भरा था. उन्होंने अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए अपने शिक्षक के एन वासुदेवन सर को याद किया. मालूम हो कि शुभम कुमार के शिक्षक के इन वासुदेवन अब इस दुनिया में नहीं है. उन्होंने अपने शिक्षक के बारे में बात करते हुए कहा कि, “अगर वह आज जिंदा होते तो मुझ पर बहुत प्राऊड फील कर रहे होते. मैंने अपने जीवन में उनसे बहुत कुछ सीखा है. चार हाउस मास्टर और सोनाली मैम को मैं दिल से धन्यवाद देता हूँ”.
आपको जानकर हैरानी होगी कि जब शुभम कुमार दिल्ली में अपने परीक्षा की तैयारी कर रहे थे, तब उनके रूममेट आईएएस निशांत भी उनके साथ रहते थे. दोनों ने एक साथ ही इस कठिन परीक्षा की तैयारी की, और 1 साल के अंतराल में दोनों ने सफलता हासिल की. ऐसे में अपने पिता को याद करते हुए शुभम कुमार की काफी भावुक हो जाते हैं. अपने पिता के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि, “मेरे पिता मुझे हर महीने 3200 रुपये भेजा करते थे. पिता के भेजे हुए उस 3200 रुपये में मुझे उनका चेहरा नजर आता था”.
स्कूल में काफी कमजोर थे शुभम
शुभम कुमार ने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए कहा कि, क्लास 6 में उनकी रैंक काफी ज्यादा हुआ करती थी. उसी समय उनके क्लासमेट्स निशांत टॉप किया करते थे. उन्होंने यह भी बताया कि वह अपनी स्कूली शिक्षा काफी अच्छी तरह से नहीं कर पाए. लेकिन बोर्ड की परीक्षा आने से पहले वह पढ़ाई को लेकर काफी सीरियस हो गए थे. यही कारण है कि उन्होंने अपने जीवन में इतनी बड़ी सफलता हासिल की.
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