भारत का सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी को माना जाता है. भारत में लोगों का ऐसा मानना है कि, अगर कोई व्यक्ति यूपीएससी का परीक्षा पास कर लेता है, तो वह केवल अपने परिवार वाले बल्कि अपने समाज के नजर में भी काफी ऊपर होते जाता है. यूपीएससी की परीक्षा को पास करने वाले छात्रों को लोग एक अलग नजर से देखते हैं. लोगों को यह उम्मीद रहता है कि अब यह छात्र यूपीएससी की परीक्षा पास कर लिया है, तो यह देश को आगे बढ़ा सकता है. लेकिन यूपीएससी की परीक्षा पास करना हर किसी के बस की बात नहीं है. यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के लिए एक जुनून के साथ-साथ कई तरह के कुर्बानी भी जरूरी है. आज हम आपको ऐसे ही एक यूपीएससी टॉपर अनू कुमारी के बारे में बताएंगे.

बैंक की नौकरी छोड़ बच्चों को किया खुद से दूर
भारत के शहर सोनीपत की रहने वाली अनु कुमारी एक ऐसा नाम है, जो साल 2017 में कई दिनों तक सुर्खियों में बना रहा था. आपको बता दें कि अनु कुमारी के सुर्खियों में बने रहने के पीछे की सबसे बड़ी वजह यह थी कि, उन्होंने साल 2017 के यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया दूसरा रैंक हासिल किया था. लेकिन दूसरा रैंक हासिल करना अनु कुमारी के लिए आसान नहीं था. इसके लिए उन्होंने कई तरह के बलिदान दिए थे. आज हम आपको अनु कुमारी के संघर्ष वाली जिंदगी के बारे में विस्तार से बताएंगे. साथ ही आपको यह भी बताएंगे कि, कैसे अनु कुमारी ने अपनी निजी जिंदगी से कंप्रोमाइज कर यूपीएससी टॉप किया.

इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के बाद अनु कुमारी अपना ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले लिया. दिल्ली विश्वविद्यालय से ही उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. जिसके बाद वह MBA करने नागपुर चली गई. MBA की पढ़ाई पूरी करने के बाद अनु का जॉब एक बैंक में लग गया. बैंक में जॉब लगने के बाद तनु कुमारी की शादी हो गई. अपने बैंक के जॉब से अनु कुमारी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं थी. वह अपने देश भारत के लिए कुछ करना चाहती थी. जिसके बाद उनके मन में विचार आया कि वह यूपीएससी की परीक्षा को पास करेंगे.

आपको बता दें कि शादीशुदा होने के बाद भी अनू कुमारी ने यूपीएससी की परीक्षा पास करने का फैसला किया. उनके इस फैसले पर समाज के कई लोगों ने उन्हें डिमोटिवेट भी किया तो, कई लोगों ने उनका साथ दिया. मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में अनु कुमारी कहती हैं कि, उनके पति ने उनके इस फैसले पर पूरी तरह से सपोर्ट किया था. आपको बता दें कि यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने के लिए अनु कुमारी ने बैंक की नौकरी को छोड़ दिया. यही नहीं बल्कि उन्होंने अपने 4 साल के बच्चे से लगभग 2 सालों तक दूरी बनाकर रखीं. ताकि उनके पढ़ाई पूरी हो सके. साल 2017 में अनु की मेहनत रंग लाई और उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया दूसरा रैंक हासिल किया.
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