मानव के लिए कुछ ज़रूरतें ऐसी होती है. जिनके बिना उसका जीवन जीना असंभव हो जाता है. इनमें से रोटी कपड़ा मकान बेहद जरूरी है, लेकिन हमारे देश में तमाम ऐसे लोग हैं. जिनके पास रहने के लिए कोई भी आशियाना या ठिकाना नहीं है और वह दिनभर काम करने के बाद सड़क के किनारे मिली जगह को ही फुटपाथ पर घर बनाकर रहने लगते हैं. इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे पिता के बारे में बताने वाले हैं. जो दिन में रिक्शा चलाता है. शाम को अपने दो बच्चों के साथ सड़क किनारे फुटपाथ पर ही अपना आशियाना बना लेता है.
फुटपाथ पर रहते हैं गणेश
दरअसल, इन दिनों एक तस्वीर खूब वायरल हो रही है. इस तस्वीर पर इमोशनल रिएक्शन भी आ रहे हैं। इस वीडियो में एक शख्स और दो बच्चे दिख रहे हैं. शख्स का नाम गणेश साहू है जो दिन में रिक्शा चलाते हैं और खूब मेहनत करते हैं. तभी उनको और उनके दो बच्चों को दो वक्त की रोटी मिल पाती है. वहीं इनका आशियाना सड़क के किनारे बना हुआ है. तस्वीर में देखा जा सकता है. एक रिक्शा खड़ा हुआ है. साथ ही यह अपने दो छोटे बच्चों को पढ़ा रहे हैं. गौरतलब, है अतिक्रमण की वजह से गणेश साहू की झोपड़ी टूट गई. जिसकी वजह से इनकी पत्नी ने छोड़कर चली गई और बच्चों की जिम्मेदारी उनके कंधों पर रह गई. यह अपने बच्चों के लिए खाने पानी का जुगाड़ तो करते ही हैं.
अतिक्रमण में टूट गई थी झोंपड़ी
इसके साथ ही उन्हें खुद पढ़ाने का काम भी करते हैं और सड़क के किनारे ही चादर बिछाकर उन्हें खाना खिलाने और पढ़ाने का काम पूरी शिद्दत से करने लगते हैं. बता दें, यह दो बच्चों के माता-पिता हैं. वैसे कहना गलत नहीं होगा. सरकार बुलडोजर की मदद से छोटी-छोटी झोपड़ियों को तोड़ तो देती है, लेकिन इन झोपड़ियों में जो गरीब लोग रहते हैं. उनके लिए कोई प्लानिंग नहीं होती की झोपड़ी टूटने के बाद वह कहां रहेंगे. ऐसे ही लोगों में से गणेश साहू हैं. जिनका पिछले दिनों अतिक्रमण की वजह से घर टूट गया था. घर भी कोई खास नहीं था सिर्फ एक झोपड़ी में यह लोग रहते थे, लेकिन सरकारी सिस्टम इनके छोटी सी झोपड़ी को ही ले डूबा.
To get secure cheap & best deal from Flipkart, Amazon, Ajio, and Myntra then do join our Telgram group.
Discussion about this post