यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के लिए अभ्यर्थी को कई कठिन परिश्रम करने पड़ते हैं. कुछ अभ्यर्थियों को इस कठिन परिश्रम का फल मिल जाता है तो कुछ अभ्यर्थियों को दिन-रात संघर्ष करने के बाद भी इस परीक्षा में सफलता नसीब नहीं होती है. वहीं जो लोग इस परीक्षा में सफलता का परचम लहराते हैं. वह दूसरे अभ्यर्थियों के लिए मिसाल बन जाते हैं. ऐसे ही एक आईएएस अधिकारी अनुनय झा हैं. जिन्होंने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा को पास करके मिसाल पेश की थी. इस आर्टिकल में हम आपको तमाम लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत अनुनय झा के बारे में ही जानकारी देने वाले हैं.
इंजीनियरिंग के बाद शुरू की यूपीएससी की तैयारी

अनुनय झा झारखंड के देवघर के रहने वाले हैं. इनके पिता सिविल सर्विसेज के जरिए देश की सेवा कर चुके हैं तो वहीं इनकी मां पोस्ट ऑफिस विभाग में काम करती हैं. शुरुआती पढ़ाई देवघर से ही करने के बाद आईआईटी रुड़की में एडमिशन लिया था. कुछ समय अंतराल के बाद इनकी आईआईटी से पढ़ाई पूरी हो गई. इसके बाद उन्होंने विश्व बैंक के साथ मिलकर एक बड़ी प्रोजेक्ट पर कुछ समय तक काम किया था और यहीं से इनके दिल में आईएएस ऑफिसर बनने की ललक उठने लगी थी. इन्होंने इस प्रोजेक्ट पर काम करते हुए महसूस किया किसी भी काम की जिम्मेदारी एक आईएएस के हाथ में ही होती है. एक आईएएस के पास काफी पावर होता है. वह समाज में अपने हिस्से का काफी बदलाव ला सकता है. मैंने इसीलिए यूपीएससी की तैयारी करना शुरू किया था.
पहले प्रयास में पास की यूपीएससी की परीक्षा

अनुनय झा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई खत्म करने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी और कुछ ही समय बाद यह यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए शामिल हो गए. इन्होनें साल 2013 में इस परीक्षा में 145 वी रैंक हासिल हुई थी. जिसके बाद इनका चयन आईआरएस में किया गया था, लेकिन अनुनय झा हमेशा से ही आईएएस बनना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने साल 2014 में फिर से प्रयास किया और इस बारे में 57 वीं रैंक हासिल हुई. जिसके बाद उन्होंने अपना आईएएस बनने का सपना पूरा किया. उन्होंने बताया उन्हें सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास करने की ललक नाना से मिली थी. इनके नाना बिहार के डीजीपी रहे थे. इनके नाना का नाम स्वर्गीय बलवीर झा था. जो 1962 के आईपीएस अधिकारी थे.
To get secure cheap & best deal from Flipkart, Amazon, Ajio, and Myntra then do join our Telgram group.
Discussion about this post