सोशल मीडिया पर आए दिन अलग-अलग तरह की खबरें सुनने को मिलती रहती है. कई खबरें इतनी अजीब होती है कि उस खबर पर यकीन कर पाना काफी मुश्किल होता है. ऐसे ही इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ही खबर काफी तेजी से वायरल हो रही है. वायरल हो रही खबर की बात करें तो उस उस खबर की खास बात यह है कि, तमिलनाडु में एक अजीबोगरीब चोरी हुई है. चोरों ने एक ऐसी चोरी को अंजाम दिया है, जो चर्चा का विषय बन गया. आपको बता दें कि तमिलनाडु के तीन चोरों की गैंग ने एक मोबाइल टावर को ही चुरा लिया.

फर्जी अधिकारी बनकर दिया चोरी को अंजाम
हम सब ने अलग-अलग चीजों की चोरी के बारे में सुना है यही नहीं बल्कि बेहद करीब से चोरी की खबरों के बारे में जाना भी है. मोबाइल, पैसे, ज्वेलर्स, कार, मोटरसाइकिल इत्यादि के चोरी तो बेहद आम हो गई है. लेकिन आज हम आपको एक मोबाइल टावर की चोरी के बारे में बताएंगे. दरअसल यह मामला तमिलनाडु का है, जहाँ तीन चोरों की गैंग ने एक मोबाइल टावर को ही चुरा ले गए. यह बात सुनने में जितनी अजीब लग रही है, चोरों ने इस चोरी को अंजाम भी बेहद अलग तरीके से दिया है.

आपको जानकर हैरानी होगी कि चोरों ने फर्जी आधिकारिक बंद कर इस चोरी को अंजाम दिया है. दरअसल आज से 5 साल पहले यानी साल 2017 में तमिलनाडु के एक शख्स की खेत में एयरसेल का टावर लगा हुआ था. लेकिन साल 2017 के बाद एअरसेल ने उसे शख्स को किराया देना बंद कर दिया था. जिसके बाद एक निजी कंपनी ने उस टावर को खरीद लिया था और उस निजी कंपनी ने भी साल 2019 के बाद कोई भी किराया नहीं दिया. जिसके बाद वह टावर ऐसे ही उससे व्यक्ति के खेत में खड़ा था. इसी का फायदा उठाते हुए तीन चोरों की गैंग ने फर्जी अधिकारी बनकर एवं नकली डाक्यूमेंट्स लेकर उसे शख्स के पास गए और 2 दिनों के अंदर टावर को उड़ा ले गए.

इस पूरी वारदात के बारे में तमिलनाडु पुलिस निरीक्षक उमाशंकर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “नकली दस्तावेज में एयरसेल का लोगो और मुहर थी, जिससे खेत की देखभाल कर रहे शख्स को विश्वास हो गया कि ये लोग कंपनी के हैं. दो दिनों से भी कम समय में टॉवर को ध्वस्त कर दिया गया. आरोपियों ने टॉवर के पार्ट्स को ले जाने के लिए ट्रक का इस्तेमाल किया. इस गैंग ने चोरी की साजिश रचने के लिए करीब एक महीने तक काम किया था”.
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