सोशल मीडिया पर इन दिनों नीट परीक्षा का परिणाम काफी तेजी से वायरल हो रहा है. इस परीक्षा में सफल होने वाले छात्रों की कहानी भी दर्शकों के बीच पूरी तरह से छाया हुआ है. आपको बता दें कि जहां इस परीक्षा में कई छात्र सफल हुए, तो वहीं कुछ छात्रों के हाथ निराशा लगी. इसी बीच साल 2022 के नेट के परीक्षा के परिणाम के दौरान, साल 2020 के नेट के परीक्षा में टॉप हुई आकांक्षा सिंह का नाम काफी तेजी से वायरल हो रहा है. आपको बता दें कि आकांक्षा सिंह ने साल 2020 में नीट की परीक्षा दी थी, जहाँ उन्होंने 720 में से 720 अंक प्राप्त किए थे.

70 किलोमीटर दूर पढ़ने जाती थी आकांक्षा
आपको बता दें कि नीट की परीक्षा में 720 में से 720 अंक लाने वाली छात्रा आकांक्षा सिंह पढ़ने के लिए कई तरह के बलिदान दी थी. यही नहीं बल्कि उन्होंने कई तरह के कठिन परिस्थितियों का सामना डटकर किया था. खबरों की माने तो आकांक्षा सिंह ट्यूशन क्लास करने के लिए अपने घर से 70 किलोमीटर दूर जाया करती थीं. दरअसल आकांक्षा उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की रहने वाली हैं, लेकिन ट्यूशन के लिए वह कुशीनगर से 70 किलोमीटर दूर गोरखपुर जाया करती थी.
आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 2020 में नीत की परीक्षा में आकांक्षा सिंह को 720 में से 720 अंक मिले थे. लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें दूसरा स्थान मिला आकांक्षा को दूसरा स्थान मिलने के पीछे का सबसे बड़ा कारण यह था कि, पहले स्थान पर शोएब थे. वैसे तो शोएब के भी 720 में से 720 अंक थे, लेकिन शोएब उम्र में आकांक्षा से 1 साल बड़े थे, इसलिए उन्हें टॉप करार कर दिया गया. आकांक्षा की निजी जिंदगी के बारे में बात करें, तो उनके पिता एक सैनिक हैं. उनके घर में ही पढ़ाई का काफी बढ़िया माहौल है.

आकांक्षा सिंह दसवीं की परीक्षा के बाद से ही नीट की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. उन्होंने लगातार 2 सालों तक इस परीक्षा पर पूरा फोकस किया. 2 सालों तक उन्होंने कई तरह के कठिन परिस्थितियों का सामना किया. जिसके बाद उन्हें इतनी बड़ी मुकाम हासिल हुई. 720 में से 720 अंक लाने के बाद आकांक्षा सिंह ने ना केवल अपने परिवार वाले बल्कि अपने शहर कुशीनगर का भी नाम रोशन किया है.
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