इंसान अगर किसी चीज को पूरी शिद्दत से चाहा ले और उस चीज को पाने के लिए कड़ा संघर्ष करें तो पूरी कायनात भी उस चीज को दिलाने में उसकी मदद करती है. ऐसे ही एक शख्स बिहार के हैं. जिनका साल 2007 में सब कुछ तबाह हो गया था लेकिन उन्होंने परिस्थितियों से हार नहीं मानी. बल्कि इन परिस्थितियों को अपना हथियार बनाया और चाय की दुकान खोली चाय की दुकान से उनका खर्चा चलता तो यूट्यूब से पढ़ाई करके अब वह दरोगा बन चुके हैं. जिसके बाद हर कोई इनकी ही मिसाल पेश कर रहा है.
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खूब किया संघर्ष पिता के साथ चाय भी बेची
जिस शख्स के बारे में हम आपसे बात कर रहे हैं. उसका नाम सुकरात सिंह है. जो बिहार के कटिहार के एक रेलवे स्टेशन पर अपने पिता जी के साथ चाय बेचने का काम करते हैं. लेकिन अब इस चाय वाले के बेटे ने बिहार पुलिस में बतौर सब-इंस्पेक्टर जगह बनाई है. जी हां, सुकरात सिंह दरोगा बन चुके हैं.
घर गंगा में समा गया, रेलवे स्टेशन पर चाय बेची, यूट्यूब से की पढ़ाई… अब दारोगा बने सुकरात सिंहhttps://t.co/gno9hvkUl3
— Muzaffarpur Now (@muzaffarpurlive) July 21, 2022
इनके मुताबिक वह दिन में अपने पिताजी के साथ रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे और रात को यूट्यूब की मदद से पढ़ाई करते थे और अब उनकी पढ़ाई का उन्हें फल भी मिल चुका है. भले ही सुकरात अब दरोगा बन चुके हैं, लेकिन इनके यहां पहुंचने की कहानी बेहद संघर्ष भरी रही है. यह बताते हैं कि साल 2007 में उनका सब कुछ बर्बाद हो गया था. इस साल आई एक बाढ़ की वजह से उनके घर और झुग्गी झोपड़ी सब बर्बाद हो गए थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और कड़ा संघर्ष करते रहे.
दूसरे प्रयास में मिली सफलता
सुकरात सिंह के मुताबिक उन्होंने साल 2018 में भी बिहार एसआई की परीक्षा दी. इस परीक्षा में उनके अच्छे खासे नंबर भी आए थे लेकिन मेडिकल में अनफिट होने की वजह से उनका यह सपना टूट गया था. इसके बाद उन्होंने एक बार फिर से इस परीक्षा में बैठने का फैसला किया और जी तोड़ मेहनत की और इस बार उन्हें इसका फल मिल चुका है. अब जल्द ही सुकरात सिंह बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर का गौरव हासिल करेंगे. कहना गलत नहीं होगा उन्होंने यह सब अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ शक्ति के दम पर संभव किया है.
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