यूपीएससी यानी यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन को देश की सबसे टपेस्ट परीक्षाओं की सूची में शामिल की जाता है. इस परीक्षा में हर साल लाखों अभ्यर्थी बैठते हैं लेकिन चंद ऐसे अभ्यर्थी होते हैं. जो इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं. पिछले दिनों ही यूपीएससी ने 2021 के परिणाम जारी किए थे और उसके बाद से ही अभ्यर्थियों की संघर्ष भरी कहानियां हमें लगातार सुनने को मिल रही है. आज के इस पोस्ट में भी हम आपको एक ऐसे ही परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी के बारे में बताने वाले हैं. जिसने इस एग्जाम को पास करने के लिए खूब संघर्ष किया है. जी हां, हम बात कर रहे हैं परीक्षा में 683 वी रैंक हासिल करने वाले रिंकू राही के बारे में.
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पहले से पीसीएस अधिकारी है रिंकू राही
रिंकू राही पिछले कई वर्ष से उत्तर प्रदेश सरकार में बतौर पीसीएस अधिकारी काम कर रहे हैं. रिंकू राही ने बी- टेक की पढ़ाई करने के बाद साल 2004 में यूपीपीएससी की परीक्षा पास की थी और इसके बाद यह समाज कल्याण अधिकारी बना दिए गए थे, लेकिन इनके जीवन में एक ऐसा भी दौर आया. जिसकी वजह से रिंकू राही बाल-बाल बचे थे और इसी की वजह से रिंकू राही ने यूपीएससी की परीक्षा करने का निर्णय लिया था दरअसल, एक बार इन्होंने एक घोटाले को उजागर किया था. जिसके बाद कुछ लोगों ने रिंकू राही पर गोलियां बरसाई थी और इनको कई गोलियां लगी थी. यह बात साल 2008 की है. जब रिंकू राही मुजफ्फरनगर में बतौर समाज कल्याण अधिकारी काम कर रहे थे और उस समय इन्होंने माफिया गिरोह के खिलाफ एक अभियान चलाया था. जिसके तहत इन्होने कई गिरोह अंदर भेज दिए. इसके बाद माफियाओं ने दुश्मनी में इन पर कई गोलियां चलाई थी और इनकी जान जाने तक की नौबत आ गई थी.
माफियाओं ने चलाई थी 7 गोलियां
रिंकू राही ने 2008 में 100 करोड़ के बड़े घोटाले को उजागर किया था. उस समय इन पर एक माफिया गिरोह ने 7 गोलियां चलाई थी. जिसके बाद इनकी जान बाल-बाल बची थी. इन पर आवासीय घर में बैडमिंटन खेलते हुए यह हमला किया गया था. बता दें, बाद में इन पर गोली चलाने वाले आरोपियों को 10 साल की सजा भी सुनाई गई थी. इनकी यह संघर्ष बड़ी यात्रा यही नहीं रुकी. जब उन पर यह हमला हुआ. उस समय बसपा सरकार हुआ करती थी और फिर समाजवादी पार्टी की सरकार बनी और इस सरकार में भी यह ऐसे ही मामलों को उजागर करते थे और एक मामले को लेकर ये अनशन पर बैठ गए थे. इसके लिए इन्हें सरकार की ओर से मेंटल हॉस्पिटल भी भेज दिया गया था. इसके बाद उन्होंने कहा था कि वह सिस्टम से लड़ते हैं और सिस्टम उनको उखाड़ फेंकने की बात करता है.
संघर्ष के बाद पास की यूपीएससी की परीक्षा
बता दें, इस साल 2021 यूपीएससी के परिणाम में रिंकू राही को 683 वी रैंक हासिल हुई है. फिलहाल रिंकू राही उत्तर प्रदेश सरकार में समाज कल्याण अधिकारी के तौर पर काम कर रहे हैं. देखना होगा इनको यूपीएससी की ये परीक्षा पास करने के बाद कौन सी पोस्ट मिलती है.
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