गुरुवार की देर रात भारतीय वायु सेना का विमान क्रैश हो गया. जिसके बाद विमान में आग की जोर जोर से लपटें उठने लगी. इस घटना में दो पायलट शहीद हो चुके हैं. लेकिन इनके पराक्रम को खूब सलाम किया जा रहा है. दरअसल, गांव के लोगों के मुताबिक इस विमान में आग की बड़ी-बड़ी लपटें उठ रही थी और जब यह सब हो रहा था. उस समय यह एक गांव के ऊपर मौजूद था. अगर गांव के ऊपर यह क्रैश होता तो 2500 लोगों की जिंदगी खतरे में आ सकती थी, लेकिन पायलटों ने यहां समझदारी दिखाते हुए इस विमान को गांव से रेतीले इलाके की तरफ ले जाना बेहतर समझा और वह अपनी जान की परवाह न करते हुए. इस विमान को रेतीले इलाके की तरफ ले गए.
यह भी पढ़े-एक ऐसा किसान जो पक्षियों के दाने के लिए आधा एकड़ जमीन में फसल करता है
जान की बाजी लगाकर बचाई 2500 जिन्दगियां
Blue Skies Forever!!#mig21crash pic.twitter.com/pI3TlfNp3P
— Alpha Defense™ 🇮🇳 (@alpha_defense) July 29, 2022
जहां पर यह विमान बुरी तरह से क्रैश हो गया बताया गया. जहां यह विमान क्रैश हुआ वहां से आस पास 10 किलोमीटर के इलाके में इसके क्रैश होने की आवाजें गई थी. विंग कमांडर मोहित राणा और अद्वैत बल इस विमान में दो पायलट थे. मोहित राणा इस जेट को उड़ा रहे थे और उनके पास बहुत कम समय था. उन्हें तय करना था कि उनको प्लेन को कहां लेकर जाना है.
Wing Commander M Rana and Flight Lieutenant Advitiya Bal are the two pilots who lost their lives in MiG-21 fighter aircraft crash in Barmer, Rajasthan last evening. pic.twitter.com/khvm0QKRR9
— ANI (@ANI) July 29, 2022
नहीं तो कुछ ही समय में विमान गांव के ऊपर ही क्रैश हो जाता. लेकिन इन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर इस प्लेन को काफी दूर ले जाना बेहतर समझा और जब यह विमान क्रैश हुआ तो इस हादसे में दोनों जवान शहीद हो गए. इसके बाद इन दोनों जवानों के परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है और हर कोई इनकी शहादत को सलाम कर रहा है.
देश कर रहा है जज्बे को सलाम
Rest in peace brave soul 💔💔
Shocked to hear that you were in the cockpit of ill-fated Mig-21. Such a soft spoken and cheerful pilot he was 😔#mig21crash #MiGCrash pic.twitter.com/N2fh5CjYce— Jojo Alex (@flybydot) July 29, 2022
वहीं गांव वाले तो इनकी खूब तारीफ कर रहे हैं और कह रहे हैं. इन जवानों ने अपनी जान की परवाह नहीं की पर गांव वालों की परवाह करते हुए सब को बचा लिया. जानकारी के अनुसार यह भी बताया जा रहा है. जब उन्हें यह फैसला करना था. तब इन पायलटों के पैराशूट भी नहीं खुले थे। इनके पैराशूट खुले होते तो शायद उनकी जान बच सकती थी लेकिन इनके पास बहुत कम वक्त था. इसीलिए उन्होंने पैराशूट खोलने में अपना टाइम नहीं गंवाया. बल्कि विमान को लेकर 2 किलोमीटर दूर रेतीले इलाके में ले गए. जहां पर यह विमान क्रैश हो गया.
यह भी पढ़े-शख्स के घर बिजली विभाग ने भेजा 34 अरब रुपए का बिजली बिल, देखकर पिता बेटी की हालत खराब
Discussion about this post