Rosa Bonheur: 16 मार्च को गूगल के द्वारा फ्रांसीसी चित्रकार रोजा बोनहेर का 200वां जन्मदिन मनाने के लिए एक डूडल बनाया गया था। गूगल ने अपने डूडल में भेड़ के झुंड को चित्रित करते हुए रोजा बॉन्हेर की एक एनिमेटेड चित्र बनाया था। रोजा बोनहेर और उनका सफल करियर महिलाओं की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।
रोजा बॉन्हेर का जन्म
रोजा बॉन्हेर (Rosa Bonheur) का जन्म 16 मार्च, 1822 को फ्रांस के बोर्डो में हुआ था। रोजा के पिता भी एक पेंटर थे, उन्होंने ही रोजा को कला की प्रारंभिक शिक्षा प्रदान की थी। जब रोजा केवल 11 वर्ष की थी तो माता की मृत्यु हो गई थी।
कला में करियर के लिए उनकी आकांक्षाएं उस समय की महिलाओं के लिए तो उनके सोच से ही परे थी। बॉन्हेर ने कई वर्षों तक कलात्मक परंपराओं के विकास की बारीकियों को समझा और उनका अध्ययन किया। अंत में उनके कैनवास ने उन्हें अमर कर दिया।
गूगल हमेशा से ऐसे सुप्रसिद्ध लोगों और कलाकारों को अपनी सर्च इंजन के डूडल में जगह देता आया है। फ्रांसीसी कलाकार (Rosa Bonheur) का 200 वां जन्मदिन पर गूगल ने रोजा बोनहर को भी अपने डूडल में जगह दी।
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रोजा बॉन्हेर चित्रकार
Rosa Bonheur एक ऐसी चित्रकार के रूप में जानी जाती है, जो विशेष रूप से जानवरों की चित्रकारी किया करती थी। 1853 में, बॉन्हेर ने अपनी पेंटिंग “द हॉर्स फेयर” के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि हासिल की। उनकी इस पेंटिंग में पेरिस में आयोजित घोड़े के बाजार को दर्शाया गया था। यह उनका सबसे प्रसिद्ध काम था।
उनकी ये पेंटिंग न्यूयॉर्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूज़ियम ऑफ़ आर्ट में प्रदर्शित की गई। उनकी इस इस प्रसिद्ध पेंटिंग को सम्मानित करने के लिए फ्रांसीसी महारानी यूजनी ने 1865 में देश के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक, बोनहेर द लीजन ऑफ ऑनर से रोजा को सम्मानित किया था। उनकी कई पेंटिंग्स को 1841 से 1853 तक प्रतिष्ठित पेरिस सैलून में प्रदर्शित किया गया।