Vinod Kapri: विनोद कापड़ी एक भारतीय पत्रकार, फिल्म निर्माता, लेखक और निर्देशक हैं। जिनका जन्म 15 अगस्त 1972 को सिकंदराबाद में हुआ था। विनोद कापड़ी के पिता आर्मी में थे, उन्हें देश भर में अलग-अलग में पोस्टिंग मिलती थी। प्रारंभिक शिक्षा विनोद ने आंध्र प्रदेश के केंद्रीय विद्यालय , सिकंदराबाद से की है। अपनी आगे की पढ़ाई विनोद जम्मू और कश्मीर, उधमपुर, सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल और बरेली, उत्तर प्रदेश से पूरी की है।
साल 2014 में Vinod Kapriको डॉक्यूमेंट्री फिल्म कांट टेक शिट अनिमोर के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया था। अपने करियर की शुरुआत विनोद ने 20 साल की उम्र में हिंदी दैनिक जनसंदेश से की थी।
विनोद कापरी ने एक ट्रेनी रिपोर्टर के रूप में 1995 में ज़ी न्यूज़ के साथ काम शुरू किया था। साल 1996 तक कापरी एक राजनीतिक रिपोर्टर के रूप में स्थापित हो गए थे। उस वक्त उन्हें उत्तर प्रदेश ब्यूरो प्रमुख की जिम्मेदारी मिली थी।
इन दिनों एक लड़के का वीडियो भी काफी वायरल हो रहा है। ये 19 साल का यह लड़का आधी रात को नोएडा की सुनसान सड़को पर तेज रफ्तार से दौड़ लगा रहा होता है। इस वीडियो को शूट करके सोशल मीडिया पर अपलोड करने वाले और कोई नही विनोद कापरी (Vinod Kapri) ही है। विनोद कापरी ने रातों-रात इस लड़के को फेमस बना दिया।
This is PURE GOLD❤️❤️
नोएडा की सड़क पर कल रात 12 बजे मुझे ये लड़का कंधे पर बैग टांगें बहुत तेज़ दौड़ता नज़र आया
मैंने सोचा
किसी परेशानी में होगा , लिफ़्ट देनी चाहिएबार बार लिफ़्ट का ऑफ़र किया पर इसने मना कर दिया
वजह सुनेंगे तो आपको इस बच्चे से प्यार हो जाएगा ❤️😊 pic.twitter.com/kjBcLS5CQu
— Vinod Kapri (@vinodkapri) March 20, 2022
करियर की शुरुआत
विनोद कापड़ी (Vinod Kapri) के करियर की बात करे, तो उन्होंने अपने पत्रिकारिता करियर की शुरुआत 20 साल में की थी। पहली नौकरी उन्होंने हिंदी दैनिक जनसंदेश में की थी, ये पेपर उस समय के प्रसिद्ध राजनेता चौधरी देवी लाल के स्वामित्व में आता करता था। ये नौकरी छोड़ कर उन्होंने उसी वर्ष, 1992 में, वह एक ट्रेनी के रूप में दैनिक जागरण में शामिल हुए। इसके बाद वे अमर उजाला में एक रिपोर्टर के रूप में काम करने लगे। और 1995 में, कापरी ने जी न्यूज़ के साथ एक प्रशिक्षु रिपोर्टर के रूप में अपना कार्य शुरू किया।
धीरे-धीरे कापरी एक एंकर, निर्माता, फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक के उभरने लगे। उन्हें साल 2014 में डॉक्यूमेंट्री फिल्म कैन टेक दिस शिट अनिमोर के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। कापरी की मिस टनकपुर हाज़ीर हो (2015) के साथ अपनी काम की शुरुआत की – जो एक सामाजिक-कानूनी व्यंग्य था जिसे काफी आलोचनात्मक प्रशंसा मिली।
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100 मिनट की फिल्म में 2 साल की बच्ची को किया कास्ट
विनोद कापड़ी (Vinod Kapri)दूसरी फीचर फिल्म पीहू जो कि एक सच्ची घटना पर आधारित है,को वैंकूवर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, पाम स्प्रिंग्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (कैलिफोर्निया), फज्र इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (तेहरान) और भारतीय फिल्म फेस्टिवल (स्टटगार्ट) जैसे अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में बहुत ज्यादा सराहा गया है। कापरी की फिल्म पीहू भारत के 48वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई), 2017 की ओपनिंग फिल्म थी। यह फिल्म काफी ज्यादा चर्चा में रही, कैसे 100 मिनट की फिल्म में केवल एक ही चरित्र को कास्ट किया, जो एक दो साल की बच्ची थी।
विनोद कापड़ी ने अब अपनी दूसरी फिल्म पीहू लॉन्च की है । इस फिल्म में एक ही नायक पीहू है, जो दो साल की बच्ची है। यह फिल्म 2014 में एक राष्ट्रीय दैनिक में रिपोर्ट की गई एक सच्ची घटना पर आधारित है, जहां एक 4 साल की बच्ची को माता-पिता ने घर पर अकेला छोड़ दिया था। यह फिल्म