Gold Rate: ये तो हम सब जानते ही है, भारत में हर दिन सोने और चांदी के भावी में उतार चढाव देखने को मिलता रहता है। सोने की कीमत मौसमी मांग और अमेरिकी डॉलर मूल्य होने वाले बदलाव आदि से प्रभावित होती रहती है,
क्यों होते है उतार चढ़ाव सोने के भाव में
आपूर्ति–मांग: विश्व भर में सोने की डिमांड इसकी सप्लाई से 1,000 टन ज्यादा है। यही सोने की दरों में होने वाले बदलाव का मुख्य और बड़ा कारण है। अगर रियो टिंटो जैसी सबसे बड़ी सोने खनन कंपनी उत्पादन में कमी करती है, तो दुनिया भर में मौजूदा सोने की कीमतें (Gold Rate) में वृद्धि देखी जाती है। दूसरी तरफ ,अगर केंद्रीय बैंक जैसे RBI अपने सोने को तरल बनाना शुरू करने का फैसला करती है, तो आपूर्ति बढ़ने से सोने की कीमत (Gold rate) गिर जाती है।
वैश्विक उत्पादन लागत: भारत में सोने की कीमत पीले सोने (येलो गोल्ड) की लागत से बहत प्रभावित है। अगर पीले सोने की उत्पादन लागत बढ़ती है तो, खनन कंपनियां बिक्री के समय सोने की कीमत भी बढ़ा देती है और इससे ग्लोबल स्तर पर सोने की कीमतें (Gold rate)प्रभावित होती है।
औद्योगिक उपयोग: सोने का उपयोग कई सारे उद्योग में भी होता है, जैसे; सर्किट बोर्ड, मोबाइल, GPS और अन्य विभिन्न मेडिकल उपकरणों में जैसे-जैसे इन उत्पादों की मांग बढ़ती है, वैसे ही सोने की डिमांड बढ़ती है। जिससे सोने का भाव (Gold rate) भी बड़ जाता है।
रुपया–डॉलर समीकरण: अमेरिकी डॉलर का प्रदर्शन भारत में सोने की दरों को अत्यधिक प्रभावित करता है। चूँकि हमारा देश सालाना लगभग 900 टन सोना आयात करता है, डॉलर का कमजोर होना सोने की कीमत (Gold rate) को बढ़ा देता है।
वैश्विक संकट: वैश्विक संकटों के कारण, जब निवेशक शेयर बाज़ार के निवेश में की बजाय स्थिर और कीमती सोने में निवेश करना पसंद करते है तो, इससे सोने की मांग बढ़ने लगती है। जिसके कारण सोने की दरों (Gold rate)में वृद्धि हो जाती है।
मंहगाई: जब मंहगाई बढ़ती है, भारतीय मुद्रा यानी रुपए का का मूल्य कम हो जाता है। ऐसे में लोग सोने का उपयोग धन के तरह करने लगते है। इस कारण से सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे भारत में सोने की कीमतें (Gold rate) भी बढ़ जाती हैं।
ब्याज़ दरें: सोने में किए गए निवेश आमतौर पर कोई ब्याज़ लाभ नहीं देते हैं। पर इसका एक अपवाद सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड है जो सालाना 2.50% ब्याज़ देता है। जब RBI ब्याज़ दरों में बढ़ोतरी करता है, तो लोग बैंक जमा और सरकारी बॉन्ड में निवेश करने के लिए सोना बेचना शुरू कर देते हैं। इससे सोने की मांग गिर जाती और सोने की कीमत (Gold rate) भी घट जाती है।
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सोने का भाव
सोने का भाव (Gold rate) 50,392 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 63,861 रुपये प्रति किलोग्राम थी। यह 17 फरवरी बाजार बंद के बाद का भाव है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में 18 Feb को सोने और चांदी के भावों में गिरावट आते हुए देखी गई है. हालांकि, वैश्विक बाजारों में देखा जाए तो सोना 2021 जून के बाद सबसेट ज्यादा ऊंचे स्तर पर पहुंचा है, एमसीएक्स सोना अप्रैल वायदा 0.35 फीसदी यानी 174 रुपये की गिरावट के साथ 50,274 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता हुआ देखा गया है। वहीं, चांदी मार्च वायदा 0.11 फीसदी यानी 71 रुपये की गिरावट के साछ 63,835 रुपये प्रति किलो पर कारोबार करता हुआ देखा गया है।