Whey protein powder: अक्सर आपने TV में या फिर जिम में भी कही न कही देखा होगा कि लोग एक्सरसाइज करने के बाद एक बॉटल में कोई लिक्विड पीते हुए नजर आते है। जिसे व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट या प्रोटीन पाउडर कहते हैं।
आज हम प्रोटीन पाउडर (Whey protein powder) या कहे व्हे (whey) प्रोटीन के बारे में बात करने वाले है,क्या होता है ? व्हे प्रोटीन, कैसे बनाया जाता है ?, कौन पी सकता है ?, कितना सही है इसे पीना?
व्हे प्रोटीन क्या है (What is whey protein)
व्हे प्रोटीन (Whey protein powder) को कंप्लीट प्रोटीन कहा जाता है। इसे दूध से बनाया जाता है। इसमें ने 9 तरह के अमीनो एसिड पाए जाते हैं और लैक्टोस की भी काफी कम मात्रा में होती है। जब दूध से पनीर बन जाता ही तो जो प्रोटीन बचता है वह व्हे प्रोटीन होता है।
पनीर के इस बचे हुए पानी को विभिन्न तरीकों द्वार पाउडर में बदल दिया जाता हैं और फिर उसे फिर पैक करके व्हे प्रोटीन पाउडर के रूप कंपनिया में बेचती हैं। व्हे प्रोटीन (Whey protein powder) में ब्रांच्ड एमीनो एसिड, ग्लूटामिन, ल्युसिन आदि काफी ममात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए काफी जरूरी होते है।
व्हे प्रोटीन के प्रकार
व्हे प्रोटीन (Whey protein powder) को प्रोटीन की मात्रा के अनुसार, 3 प्रकार के होते है। जैसे:-
- व्हे प्रोटीन कंसंट्रेट (Whey protein concentrate): प्रोटीन का कंसंट्रेट फॉर्म मार्केट में सबसे अधिक मिलता है। ज्यादातर लोग इसका सेवन करते हैं। इसमें फैट और कार्बोहाइड्रेट भी काफी कम मात्रा में होता है। व्हे प्रोटीन कंसंट्रेट में प्रोटीन की मात्रा 30% से 80% तक होती है।
- व्हे प्रोटीन आइसोलेट (Whey protein isolate): इसमें फैट और लैक्टोस की मात्रा जरा भी नहीं होती। प्रोटीन की मात्रा 90 प्रतिशत तक होती है।
- हाइड्रोलाइज्ड (Whey protein Hydrolyzed): यह सबसे शुद्ध फॉर्म है व्हे प्रोटीन का। इसमें 99.9 से 100 प्रतिशत तक प्रोटीन होता है।
व्हे प्रोटीन के फायदे (Benefits of whey protein)
वजन कम करे: एक स्टडी के मुताबिक भी व्हे प्रोटीन वजन कम करने में मदद कर सकता है। न्यूट्रिशन और मेटाबॉलिज्म में पब्लिश हुए एक रिपोर्ट ने 158 लोगों में जिन लोगों ने व्हे प्रोटीन लिया,उनका फैट कम हुआ और लीन मसल्स मास बढ़ा।
मसल्स गेन में मदद करे: मसल्स की ग्रोथ के लिए भी व्हे प्रोटीन का सेवन अच्छा माना जाता है।
एंटी–कैंसर प्रॉपर्टीज: एंटी-कैंसर रिसर्च जर्नल में पब्लिश हुई स्टडी के मुताबिक, भी व्हे प्रोटीन कंसंट्रेट में एंटी-कैंसर प्रॉपर्टीज होती हैं।
कोलेस्ट्रॉल कम करे: द ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में पब्लिश हुई स्टडी के मुताबिक, 70 ओवरवेट पुरुषों और महिलाओं ने लगभग 12 हफ्ते तक व्हे प्रोटीन लिया तो उनके टोटल कोलेस्ट्रॉल और LDL कोलेस्ट्रोल में काफी कमी पाई गई।
Read More: Free Ration: अब राशन कार्ड न होने पर भी मुफ्त में मिलेगा राशन, जानें कैसे ?
कौन के सकता है? (who can take it?)
ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करने वाले, जिम जाने वाले लोग व्हे प्रोटीन ले सकते है। बाकी आप आपके डिटिशियन की सलाह से ही इसका सेवन करे।
प्रोटीन लेना सही है या नहीं ? (Is it right to take whey protein or not?)
ये प्रोटीन (Whey protein powder) बहुत जल्दी डाइजेस्ट हो जाता है। अगर कोई ज्यादा वर्कआउट या वेट ट्रेनिंग करता है, तो वर्कआउट के बाद व्हे प्रोटीन का सेवन किया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक्सरसाइज के बाद बॉडी को ज्यादा जल्दी डाइजेस्ट होने वाले प्रोटीन की जरूरत होती है। जिसेसे प्रोटीन तुरंत मसल्स को रिकवर कर सके। नॉर्मल लाइफस्टाइल के हिसाब से व्हे प्रोटीन की अपेक्षा प्रोटीन वाले फूड्स का सेवन करना ज्यादा बेहतर है।