मशहूर कवि दुष्यंत कुमार का एक पंक्ति “कौन कहता है आसमान में सुराख हो नहीं सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो” आज भी करोड़ों लोगों को मोटिवेट करने के लिए काफी है. ऐसे ही भारत की एक बेटी ने ना केवल अपने परिवार का बल्कि पूरे भारत का नाम रोशन किया है. हम जिस लड़की के बारे में बात कर रहे हैं, उसका नाम रिहाना शाहजहां है. रिहाना शाहजहां केरल की रहने वाली है और वह अपनी पढ़ाई जामिया मिलिया इस्लामिया से करना चाहती थी, लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर थी. दिल्ली के मशहूर यूनिवर्सिटी जामिया मिल्लिया इस्लामिया में रिहाना शाहजहां को आधे अंक के कारण एडमिशन नहीं मिल पाता है.
24 घंटे में हासिल किया 81 सर्टिफिकेट
खबरों की माने तो रिहाना शाहजहां अपनी पढ़ाई कॉमर्स स्ट्रीम में जामिया मिलिया इस्लामिया से करना चाहती थी. लेकिन आधे अंतर के कारण जब रेहाना को जामिया मिलिया इस्लामिया में एडमिशन नहीं मिला, तो उन्होंने ऑनलाइन एडमिशन ले लिया. ऑनलाइन एडमिशन लेने के बाद वह सोशल वर्क करने लगी यही नहीं बल्कि उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स भी ऑनलाइन किया. अपना कोर्स कंप्लीट करने के बाद रिहाना शाहजहां एक अच्छे पोस्ट पर जॉब भी करने लगी.
जॉब के दौरान ही जब रेहाना शाहजहां के पिता की तबीयत बिगड़ी तो, उन्होंने अपने पिता का साथ देने के लिए जॉब छोड़ दी. हालांकि जॉब छोड़ने का फैसला रेहाना शाहजहां के लिए काफी मुश्किल था. लेकिन उन्होंने अपने पिता के लिए यह कदम उठाया. जॉब छोड़ने के बाद रेहाना शाहजहां ने एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया.
आपको बताते चलें कि इन दिनों सोशल मीडिया पर रिहाना शाहजहां काफी तेजी से वायरल हो रही है. रिहाना शाहजहां के वायरल होने के पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि, उन्होंने एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है. जी हां हम बात कर रहे हैं रिहाना शाहजहां के सर्टिफिकेट हासिल करने के बारे में. उन्होंने मात्र 24 घंटों में 81 सर्टिफिकेट हासिल किया है, जो अपने आप में एक बड़ी बात तो है ही साथ ही यह एक नया रिकार्ड भी है.
Discussion about this post