अक्सर हम देखते हैं कि जो लोग विदेश से पढ़ाई करते हैं वह विदेश में ही नौकरी करने लगते हैं और विदेश में ही शिफ्ट हो जाते हैं. बहुत कम ऐसे उदाहरण हैं. जब हम देखते हो कि किसी ने विदेश से पढ़ाई की हो और वह विदेश से पढ़ाई करके देश में लौटकर देश के विकास में अपना योगदान दे रहा हो. आज के इस पोस्ट में हम आपको एक ऐसे लड़के की कहानी से रूबरू कराने वाले हैं. जिसको न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी की तरफ से स्कॉलरशिप मिली थी और उसने इस स्कॉलरशिप की बदौलत ही न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की थी लेकिन वर्तमान समय में यह लड़का पटना में तमाम छात्रों के भविष्य को संवारने का काम कर रहा है. जी हां, इस पोस्ट में हम आपको ऐसा ही कारनामा करने वाले किसलय शर्मा के बारे में बताने वाले हैं.
यह भी पढ़े-टीम इंडिया के इस तेज गेंदबाज के पिता एक समय पर पान बेचा करते थे
गरीब बच्चों को बेहतर बनाना चाहते हैं किलसय
हाल ही में किसलय शर्मा ने एक वेबसाइट को इंटरव्यू दिया. इस इंटरव्यू में उन्होंने अपने जीवन के तमाम उतार-चढ़ाव के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि जब उन्हें न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी की तरफ से स्कॉलरशिप मिली थी तो ज्यादातर लोगों को लगता था कि अब वह विदेश में पढ़ाई करके विदेश में ही सेटल हो जाएंगे. लेकिन मेरी हमेशा से ही इच्छा थी कि मैं अच्छे से पढ़ाई करके बिहार वापस लौट सकूं. यह कहते हैं मुझे तो किसी तरह से स्कॉलरशिप मिल गई थी लेकिन वर्तमान समय में ऐसे बहुत सारे बच्चे हैं. जिनमें मुझसे भी ज्यादा टैलेंट है लेकिन वह जागरूकता के अभाव में आगे नहीं पढ़ पाते हैं. और मैं ऐसा नहीं होने देना चाहता कि कोई बच्चा जागरूकता के अभाव में पीछे रह जाए. इसीलिए मैं न्यूयॉर्क को छोड़कर पटना में लोगों को शिक्षा देने का काम कर रहा हूं. किसलय शर्मा बताते हैं कि यूँ तो वे साल 2012 से ही बच्चों को शिक्षा देने का काम कर रहे हैं, लेकिन साल 2018 में उन्होंने पूरी तरह से बच्चों को शिक्षित करने की योजना बनाई थी. बता दें, इन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई की है. यह बताते हैं कि उन्होंने यूं तो एमबीबीएस की पढ़ाई करी है. लेकिन उनका टीचिंग में हमेशा से ही इंटरेस्ट रहा है.
बाप बेटे चलाते हैं कोचिंग इंस्टीट्यूट
लोगों को शिक्षा देने के इस नेक काम को किसलय शर्मा ही नहीं बल्कि इनके पिता जी भी करते हैं. इनके मुताबिक जागृति योजना के तहत इनके यहां 9, 10, 11, 12 वीं के छात्रों को कोचिंग दी जाती है. जहां किसलय शर्मा मैथ पढ़ाते हैं तो इनके पिताजी इस कोचिंग में फिजिक्स पढ़ाने का काम करते हैं. कोचिंग में वर्तमान समय में 600 से अधिक विद्यार्थी पढ़ते हैं. यह बताते हैं कि हम सिर्फ बच्चों को शिक्षा ही देने का काम नहीं करते. इसके अलावा हम उन्हें निजी जिंदगी में भी बदलाव लाने के लिए कहते हैं. हम उन्हें काउंसलिंग के बारे में भी जानकारी देते हैं. यह बताते हैं कि उनकी कोचिंग से पढने वाले अभी तक तमाम बच्चे आईआईटी एनडीए के एग्जाम को पास करके अच्छे खासे मुकाम पर पहुंच चुके हैं.
लोगों के लिए प्रेरणा हैं बाप बेटे
इस कोचिंग इंस्टिट्यूट को चलाने वाले यह दोनों बाप बेटे तमाम लोगों के लिए प्रेरणा है. जहां बेटे ने न्यूयॉर्क जैसी यूनिवर्सिटी से इंटर्नशिप करी है और स्कॉलरशिप की बदौलत उसने विदेशों में रहकर बहुत कुछ हासिल किया है. वर्तमान समय में वह पटना लौट कर गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहा है. वहीं उसके पिताजी भी इस उम्र में बच्चों को शिक्षा देते हैं. बाप बेटे की यह जुगलबंदी लोगों को बेहद पसंद आती है. हर कोई इनके हौसले की जमकर तारीफ करता है.
यह भी पढ़े-मां बेटी ने की थी छोटे से कमरे से बिजनेस की शुरुआत, आज टर्न ओवर करोड़ों में है
Discussion about this post