भारत की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी की परीक्षा एक ऐसी परीक्षा है, जिसे पास करने के लिए लाखों लोग सपने देखते हैं. लेकिन कुछ ही छात्र इस परीक्षा को पास कर पाते हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यूपीएससी परीक्षा को पास करने के लिए छात्र के अंदर एक प्रकार का जुनून होना चाहिए. जिस छात्र के अंदर यूपीएससी की परीक्षा को पास करने का जुनून होता है, वही छात्र इस परीक्षा को पास कर पाते हैं. हालांकि यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने के दौरान छात्रों के जीवन में कई तरह के मुसीबत आते हैं. कई छात्र अपने मुसीबत से घबरा जाते हैं, तो वहीं कई छात्र इसका डटकर सामना करते हैं. आज हम आपको ऐसे ही एक छात्र हिमांशु गुप्ता के बारे में बताएंगे.
इंग्लिश सीखने के लिए करते थे 70KM का सफर
आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने वाले हैं, उसका नाम हिमांशु गुप्ता है. हिमांशु गुप्ता उत्तराखंड के रहने वाले हैं. आज हिमांशु गुप्ता भारत के सबसे मशहूर आईएएस अधिकारी में शामिल है. लेकिन यहां तक का सफर करना उनके लिए आसान नहीं था. उन्होंने अपने जीवन में कठिन परीक्षण करके यह मुकाम हासिल किया है. मालूम हो कि हिमांशु अपने शुरुआती दिनों में इंग्लिश सीखने के लिए 70 किलोमीटर का सफर किया करते थे.
इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के बाद हिमांशु गुप्ता ने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला करवा लिया. जिसके बाद वह यूपीएससी की भी तैयारी करने लगे. लेकिन कॉलेज की फीस भरने के लिए उनके पास पैसे नहीं हुआ करते थे. कॉलेज की फीस भरने के लिए हिमांशु गुप्ता ने चाय बेचने का फैसला किया. वह कॉलेज के बाद चाय बेचकर पैसे कमाते थे और कॉलेज की फीस भरते थे. यही नहीं बल्कि चाय बेचने के बाद भी जब उन्हें पैसों की कमी महसूस हुई, तो उन्होंने घर-घर जाकर ट्यूशन पढ़ाना भी शुरू कर दिया था.
आपको बता दें कि काफी कठिनाइयों के बीच यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले हिमांशु गुप्ता ने साल 2019 में यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास किया था. इस परीक्षा को पास करने के बाद हिमांशु गुप्ता आईपीएस बन गए. लेकिन उनका सपना कुछ और ही था. जिसके बाद उन्होंने एक बार फिर यूपीएससी की परीक्षा दी और दूसरी बार हुआ आईएएस अधिकारी बन गए, क्योंकि हिमांशु गुप्ता का सपना आईएएस अधिकारी बनने का था.
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