भारत के सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी को पास करने के लिए ऐसा माना जाता है कि, इस कठिन परीक्षा को प्राप्त करने के लिए बड़े से बड़ा बलिदान देना पड़ता है. यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के लिए लोग बड़ी-बड़ी बलिदान देते हैं. यूपीपी परीक्षा को पास करके जो भी आईएएस ऑफिसर बनते हैं. उनके जिंदगी काफी संघर्ष भरा रहता है. ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं होता जो अपने सपने को पूरा करने के लिए किसी भी रुप से बलिदान ना देता हो. आज हम जीत आईएएस ऑफिसर की कहानी के बारे में बताने वाले हैं, उनका नाम मधुमिता है.

5 सालों तक रही घर से दूर
मधुमिता भारत के उन आईएएस ऑफिसर में शामिल है, जो यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए कई सालों तक अपने घर से दूर रहीं. आपको बता दें कि मधुमिता लगभग 5 सालों तक अपने घर से दूर रही थीं. यही नहीं बल्कि उन्होंने काफी मेहनत करके अपने जीवन में यह मुकाम हासिल किया है. भारत के राज्य हरियाणा के पानीपत शहर की रहने वाली है. लेकिन उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी दिल्ली में रहकर पूरी की. मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में मधुमिता कहती है कि, यूपीएससी की परीक्षा को पास करने के लिए उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.

यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद मधुमिता कहते हैं कि, “यूपीएससी की तैयारी करने के लिए आपको सबसे पहले एक बेहतर माहौल तैयार करना होगा, जहां आप अपने लक्ष्य पर फोकस कर सकें. इसके बाद सिलेबस को अच्छी तरह देखकर तैयारी शुरू कर दें. उनके मुताबिक आप अपनी तैयारी पर पूरी तरह फोकस रखें और सोशल मीडिया से दूरी बना लें. तैयारी खत्म होने के बाद ज्यादा से ज्यादा आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करें और मॉक टेस्ट पेपर दें. इसके बाद अपनी गलतियों को पहचानें और उन्हें सुधारें. इस तरह आप इस परीक्षा को पास कर सकते हैं. साथ ही आप नोट्स भी बना सकते हैं. नोट्स बनाने से आपकी कई चीजें आसान हो जाती हैं.

आपको बताते चलें कि मधुमिता ने अपने जीवन में दो बार यूपीएससी की परीक्षा दी हैं, और दोनों बार उन्हें सफलता हाथ लगी. हालांकि पहली बार में वह इंटरव्यू राउंड तक चले गई थीं. लेकिन दूसरे बार में वह आईएएस ऑफिसर बन गईं. मालूम हो कि मधुमिता ने साल 2019 में यूपीएससी की परीक्षा को पास किया था.
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