हरियाणा सरकार स्कूलों में खाली पड़े चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के 6662 पदों को जल्द भरेगी। सफाई कर्मचारी, स्वीपर, चौकीदार व चपरासियों की नियुक्ति होगी। स्कूल शिक्षा विभाग आउटसोर्सिंग नीतियों के तहत इन कर्मचारियों की भर्ती कराएगा। प्रदेश के स्कूलों में 39797 प्रधानाचार्य, मुख्याध्यापक, मौलिक मुख्याध्यापक, मुख्य शिक्षक, जेबीटी, टीजीटी व पीजीटी की कमी है।
शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत के सवाल पर यह जवाब दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होने दी जाएगी। जरूरी पदों पर शिक्षकों की भर्ती करने के लिए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को मांग पत्र भेजा है। स्कूलों में आने वाले दिनों में चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की कमी भी नहीं रहेगी। इन कर्मियों के 12408 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 5746 ही भरे हैं।
सुत्रो के मुताबिक बताया गया है कि सरकारी स्कूलों में 25,30,868 विद्यार्थी हैं। इनमें प्रधानाचार्य से लेकर क्लास-4 तक के कुल 1,37,895 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 96,535 पद भरे हुए हैं। स्कूलों में प्रधानाचार्य के 398, मुख्याध्यापकों के 112, पीजीटी के 13974, टीजीटी, मौलिक मुख्याध्यापकों के 20467, पीआरटी, मुख्य शिक्षकों के 4846 पद अभी भी खाली हैं।
सह शिक्षा को बढ़ावा देने का किया जाएगा प्रयास
शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि प्रदेश के कॉलेजों में सह-शिक्षा को बढ़ावा देंगे। भविष्य में मांग आने पर ही अलग से लड़कियों के लिए कॉलेज खोला जाएगा। प्रदेश में प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में से अधिकतर सह-शिक्षा विद्यालय हैं। 14,473 विद्यालयों में से 12,664 में सह-शिक्षा प्रदान की जा रहा है।
अब केवल 1809 कन्या विद्यालय हैं। गन्नौर की भाजपा विधायक निर्मल रानी ने प्रश्नकाल के दौरान सरकार से सह-शिक्षा को बढ़ावा देने की मांग की। कंवर पाल ने कहा कि सदन के सभी सदस्य समाज को सह-शिक्षा के लिए जागृत करें। इससे समाज में भारी बदलाव आएगा। निर्मल ने गन्नौर ने सह-शिक्षा कॉलेज खोलने की मांग की, जिसके बाद शिक्षा मंत्री ने कहा हम इसकी व्यावहारिकता की जांच करेगे।