IAS Nirish Rajput : राजपूत: यूपीएससी यानी यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन इस परीक्षा को पास कर पाना हर किसी के बस की बात नहीं है. 3 चरणों में होने वाली इस परीक्षा में लाखों अभ्यर्थी भाग लेते हैं, लेकिन अंतिम चरण तक पहुंचते-पहुंचते चंद लोग बचते हैं. जो इस परीक्षा में सफल होते हैं. वहीं जब यूपीएससी का रिजल्ट जारी किया जाता है. तब इस परीक्षा को पास करने वाले अभ्यर्थियों की इंस्पिरेशनल कहानी भी सुनने को मिलती है और कुछ अभ्यर्थियों की कहानी तो ऐसी होती है. जो दिल झकझोर देती है. आज के इस पोस्ट में हम आपको आईएएस निरीश राजपूत की कहानी के बारे में बताने वाले हैं. जिनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हुआ करती थी और दोस्त ने दिए धोखे की वजह से उनका आईएएस बनने तक का सफर पूरा हुआ.
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आर्थिक स्थिति बहुत खराब
निरीश राजपूत की आर्थिक स्थिति का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं. यह शुरुआती में अखबार बेच कर अपना गुजारा करते थे. यहां तक कि इन्होंने बीएससी और एमएससी की पढ़ाई के दौरान भी अखबार बेच कर अपना गुजारा किया था. उनके परिवार की आर्थिक कंडीशन कोई खास नहीं थी तो इन्हें फीस देने में भी काफी दिक्कत होती थी बता दें, निरीश राजपूत ने बीएससी और एमएससी दोनों में टॉप किया था और वहीं से इनके हौसले दिखने लगे थे. कि ये जीवन में कुछ बड़ा करेंगे. उसके बाद उन्होंने यूपीएससी करने की ठानी और फिर यूपीएससी की परीक्षा पास करके आईएएस बन गए और अब बतौर आईएएस काम कर रहे हैं.
दोस्त ने भी दे दिया धोखा
निरिश राजपूत के जीवन में एक दोस्त भी आया था. जिसने उनको धोखा दे दिया. जब यह यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे उसी समय यह एक कोचिंग संस्थान में अध्यापक के तौर पर काम भी करते थे और यह कोचिंग संस्थान इनके एक दोस्त का था, लेकिन जब कोचिंग संस्थान अच्छी तरह से चलने लगा तो इनके दोस्त ने उन्हें धोखा दे दिया और इनको बिना पैसे दिए कोचिंग से बाहर कर दिया.
जिसके बाद इनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो गई, और फिर यह उस कोचिंग को छोड़कर दिल्ली आ गये. जहां पर इन्हें एक और दोस्त मिला जिसने इनकी मदद की और उन्हीं की नोट्स की बदौलत उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 370 वी रैंक हासिल की और अब आईएएस बन चुके हैं.
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