Ansar Ahmed sheikh : यूपीएससी यानी यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन हर साल सिविल सर्विसेज का एग्जाम कंडक्ट कराती है. इस परीक्षा में लाखों अभ्यर्थी बैठते हैं लेकिन कुछ चुनिंदा लोगों को ही इसमें सफलता नसीब होती है और जो लोग इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करते हैं. उनकी कहानी हर किसी के लिए प्रेरणा बन जाती है. वहीं इस परीक्षा में कुछ ऐसे भी लोग होते हैं. जिनके आर्थिक हालात अच्छे नहीं होते हैं लेकिन वह हम मेहनत के दम पर इस मुकाम को हासिल कर लेते हैं. आज के इस पोस्ट में हम आपको 21 साल की उम्र में आईएएस बनने वाले अंसार शेख की जीवनी से रूबरू कराने वाले हैं. जिस आईएएस अधिकारी अंसार शेख अहमद के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. उन्होंने अपने जीवन के दौरान खूब संघर्ष किया है यहां तक कि उनके माता-पिता भी उन्हें पढ़ाने के लिए संघर्ष में पीछे नहीं हटे, इनकी कहानी आपके लिए प्रेरणादायक स्टोरी साबित हो सकती है.
आसान नहीं है संघर्ष की कहानी
अंसार अहमद शेख भले ही वर्तमान समय में एक आईएएस के रूप में कार्यरत है. लेकिन आईएएस बनने से पहले इनकी यात्रा काफी संघर्ष भरी रही थी. अंसार ने मुश्किल समय के दौर में अपने आप को ऐसी परिस्थिति में डाल दिया था कि इसकी वजह से उनकी पढ़ाई पर असर नहीं पड़ा. भले ही उनके माता-पिता दिन रात मेहनत करते थे यहां तक कि वे खुद भी एक वेटर के तौर पर काम करते थे और जब वहां से छुट्टी हो जाती थी. तब यह अपनी सिविल सर्विसेज की पढ़ाई करते थे. यूं तो अंसार पढ़ाई लिखाई के मामले में हमेशा से ही अव्वल रहे थे लेकिन जब इनकी हायर एजुकेशन की बात आई तो इनके घर वाले भी इस परेशानी को देख परेशान होने लगे थे लेकिन वो कहते हैं. ना अगर आप किसी चीज को पूरी शिद्दत से चाह लेते हैं. तो कायनात भी उसे पूरा करने में जुट जाती है. जैसे तैसे इनकी हायर एजुकेशन पूरी हुई इसके बाद उन्होंने तय किया कि इन्हें आईएएस की परीक्षा देनी है. और इनका यह सपना पूरा हुआ था साल 2016 में. इस साल न सिर्फ सपना पूरा हुआ बल्कि इस परीक्षा में इन्होंने पहले ही प्रयास में 371वी रैंक हासिल की थी. इसके बाद इन्हें आईएएस का पद मिला.
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पिता थे ऑटो ड्राइवर
अहमद अंसार शेख के संघर्ष की कहानी का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं. जब यह यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे उस समय इनके पिता ऑटो रिक्शा चलाकर घर का पालन पोषण करते थे और इनकी मां भी खेतों में मजदूरी करती थी. यहां तक हालात बन गए थे कि इनका एक समय पर पढ़ाई छोड़ने का भी मन बन गया था. अंसार ने एक साक्षात्कार में बताया कि जब वह दसवीं क्लास में थे. तब उनके पिता स्कूल में उनकी पढ़ाई छुड़वाने के लिए पहुंच गए थे लेकिन वहां मेरे टीचरों ने इन्हें खूब समझाया, जिसके बाद बमुश्किल मुझे आगे पढ़ने का मौका मिला. 12वीं के बाद अहमद अंसार शेख ने पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज से राजनीति विज्ञान में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की थी. इसके बाद इन्होंने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करना प्रारंभ कर दिया. वही यह बताते हैं कि उस समय यह एक रेस्टोरेंट में वेटर का काम भी करते थे क्योंकि पैसे की ओर से इनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी.
पहले प्रयास में ही मिली सफलता
साल 2016 में अहमद अंसार शेख ने अपनी मेहनत के दम पर सबको बता दिया था कि अगर आप किसी चीज को पूरी शिद्दत से चाह लेते हैं तो आप अपने जीवन में कुछ भी हासिल कर सकते हैं. साल 2016 यूपीएससी परीक्षा में इन्होंने 371 वी रैंक हासिल की थी और महज 21 वर्ष की उम्र में आईएएस बनने का रिकॉर्ड भी स्थापित किया था और वर्तमान समय अंसार शेख डिपार्टमेंट ऑफ एमएसएमई टेक्सटाइल में बतौर स्पेशल ड्यूटी ऑफिसर काम कर रहे हैं.
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