EPF: ये खबर सुनकर कई सारे नौकरीपेशा लोगों को झटका लग सकता है। इसकी वजह यह है, कि ईपीएफओ ने वित्त वर्ष 2022 के लिए EPF पर मिलने वाली ब्याज दरों को 8.5 फीसदी से 8.1 फीसदी कर दिया है। जो की पिछले 40 सालों में सबसे कम ब्याज दर है।
सरकार के द्वार आम लोगों को प्रॉविडेंट फंड पर मिलने वाले ब्याज में कटौती करके झटका दिया है। अब ईपीएफओ के द्वार ब्याज दर को 8.50 फीसदी से घटाकर 8.10 फीसदी करने का फैसला किया है।
गुवाहाटी में चल रहे सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक ये फैसला किया गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ब्याज दरों को घटा दिया जाए। जो नौकरी पेशा लोगों के लिए बड़ा झटका हो सकता है।
1977-78 के बाद 40 सालों में सबसे कम ब्याज दर
1977-78 के बाद से ईपीएफ (EPF) ब्याज दरें अब सबसे कम है जब प्रॉविडेंट फंड पर ब्याज दर 8 फीसदी थी। तो इस तरह से ये पिछले 40 सालों में सबसे कम ब्याज दर है। ब्याज दरों के घटने के बाद पीएफ सब्सक्राइबर्स और मेंबर्स को अपने पीएफ पहले से घटा कर ब्याज प्राप्त होगा।
EPF पर मिलने वाला इंटरेस्ट रेट (साल दर साल)
- वित्त वर्ष 2015 – 8.75 फीसदी
- वित्त वर्ष 2016 – 8.80 फीसदी
- वित्त वर्ष 2017 -8.65 फीसदी
- वित्त वर्ष 2018 – 8.55 फीसदी
- वित्त वर्ष 2019 – 8.65 फीसदी
- वित्त वर्ष 2020 – 8.50 फीसदी
- वित्त वर्ष 2021-8.50 फीसदी
- वित्त वर्ष 2022 -8.10 फीसदी
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6 करोड़ लोगों को लगेगा झटका
सरकार के द्वारा उठाए गए इस कदम से पीएफ खातों (EPF) पर ब्याज ले रहे ईपीएफओ सब्सक्राइबर्स को ब्याज अब काम मिलेगा। जो कि ये उनके घर आने वाली कमाई को कुछ कम कर देगा। EPFO के 6 करोड़ सब्सक्राइबर्स के लिए ये
ख़बर अच्छी खबर नहीं है। कुछ सूत्रों के मुताबिक ब्याज दरें कम करने की सिफारिशें वित्त मंत्रालय की तरफ से आई थीं। जिस पर ईपीएफओ ने मंजूरी दी। जिसके बाद ब्याज से दरें 8.5 फीसदी से घटकर 8.1 फीसदी पर कर दी गई।