सिविल सर्विस की परीक्षाओं को भारत के सबसे सर्वश्रेष्ठ परीक्षाओं में गिना जाता है. आपको बता दें कि यूपीएससी के अलावा स्टेट सिविल सर्विस की परीक्षा भी काफी कठिन मानी जाती है. स्टेट सिविल सर्विस की परीक्षा को पास करना भी हर किसी के बस की बात नहीं. आपको बता दें कि बीते दिनों स्टेट सिविल सर्विस परीक्षा बीपीएससी के परिणाम सामने आए. बीपीएससी का रिजल्ट सामने आने के बाद बिहार के छात्रों में खुशी का माहौल है. बिहार के कई छात्रों ने इस परीक्षा में सफलता हासिल की है. बीपीएससी की परीक्षा को पास करने के बाद बिहार के सफल छात्र बिहार के अलग-अलग कोने में अफसर बन गए. इसी परीक्षा में सफलता हासिल करने वाली एक छात्रा के बारे में आज हम आपको बताएंगे.
गांव की दलित बेटी बनी डीएसपी
आज हम आपको बीपीएससी के परीक्षा में सफल हुए जिसे छात्रा के बारे में बताने वाले हैं, उसका नाम रीता कुमारी है. रीता कुमारी बिहार के सिवान जिले के हसनपुर इलाके की रहने वाली है. मालूम हो कि रीता कुमारी एक दलित समुदाय से ताल्लुक रखती है. रीता कुमारी के गांव के बारे में बात करें तो उनका गांव काफी पिछड़ा इलाका में गिना जाता है. इतने पिछले इलाके होने के बाद भी रीता कुमारी ने कभी हार नहीं माना और बीपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास कर लिया.
आपको बता दें कि जब रीता कुमारी डीएसपी बनने के बाद अपने गांव पहुंची, तो गांव वालों ने उनका स्वागत जोरों शोरों से की. यही नहीं बल्कि गांव में ढोल नगाड़े भी बजने लगे मालूम हो उस गांव में पहली बार ऐसा हुआ था, जब गांव की कोई लड़की डीएसपी बनी हो. इससे पहले कभी भी उस गांव के किसी छात्र या छात्रा ने इतनी बड़ी पद हासिल नहीं की है. गांव पहुंचने के बाद गांव वालों ने रीता कुमारी को बधाई दी, तो वहीं रीता कुमारी ने खुली जीप में बैठकर पूरे गांव का सैर किया.
आपको बताते चलें कि बीपीएससी जैसे कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद रीता कुमारी मीडिया से बात करते हुए कहती हैं कि, “आज मैं जो भी हूं अपने पापा और भैया की बदौलत हूं. सभी ने मिलकर मुझे इस लायक बनाया है. रीता ने यह भी कहा कि अन्य छात्र छात्राएं भी कड़ी मेहनत कर मंजिल हासिल कर सकते हैं. लोग हर वक्त निगेटिव सोचते रहते हैं, लेकिन वही सोच बदल जाए तो कोई आपको सफल होने से नही रोक सकता है”.
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