Pregnancy care tips: सर्दी की प्रेग्नेंसी में न खाएं ये फूड्स, बच्चे के साथ मां भी को भी होगा नुकसान मां बनना एक औरत के जीवन का सबसे सुखद अनुभव होता है,और गर्भावस्था महिलाओं के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय भी होता है, जिसमें मां को अपने खाने पीने की चीजों का खास ध्यान होता है क्योंकि मां के द्वारा खाए गए आहार का सीधा प्रभाव उसके बच्चे के ऊपर पड़ता है। अभी सर्दियों का मौसम चल रहा है और इसलिए ठंड के दिनों में गर्भवती महिलाओं को अपने खाने पीने की चीजों का बहुत ध्यान रखना होता है।
पहली बार मां बन रही बहुत सारी औरतों को यह पता ही नहीं होता कि क्या खाना उनके बच्चे की सेहत के लिए सही है, क्या नही खासकर ठंड के दिनों में कुछ ऐसे मौसमी फल होते हैं जिन्हें खाना जरूरी होता, क्योंकि इनका संबंध बच्चे के विकास से होता है, जिसके बारे में हर गर्भवती स्त्री को पता होना चाहिए।आइए, जानते हैं कि कौन-से ऐसे फल और सब्जियां हैं, जिन्हें ठंड में खाने से बचना चाहिए।
शतावरी
शतावरी में फोलिक एसिड और अन्य कई पोषक तत्व होते है जो मां और बच्चे के लिए बहुत जरूरी होते है। शतावरी को हम सूप बनाकर भी खाने में प्रयोग कर सकते हैं, जिसे हम ठंड के मौसम में अक्सर बनाते रहते हैं, शतावरी अधिकतर बसंत ऋतु में मिलती है, इसका रंग हल्का हरा होता है। गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान हल्की हरी सब्जियां नहीं, बल्कि गहरे हरे रंग की सब्जियां खानी चाहिए।
जामुन
जामुन में बीटा कैरोटीन, पोटेशियम, फोलिक एसिड और विटामिन सी के साथ-साथ कई सारे एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं,जो कि गर्भवती औरतों के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं बारिश के मौसम में जामुन आसानी से बाजार में मिल जाता है, पर ठंड के दिनों में इसमें ज्यादातर फलों में विटामिन सी ना के बराबर ही होता है।
ठंड के दिनों में ज्यादातर जामुन में प्रिजर्वेटिव का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए ठंड के दिनों में जामुन न खाए।
दूध से बनी चीजें
गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान होने वाले बच्चे और मां के लिए दूध और दूध से बनी चीजें बहुत ही फायदेमंद होती हैं जिससे शरीर को ताकत मिलती हैं, लेकिन आप को ध्यान भी रखना चाहिए क्योंकि कभी कभी ठंड के दिनों में दूध से बनी चीजें सर्दी-खांसी और जुकाम का कारण भी बन जाती है।
और कभी-कभी इन से पेट की समस्याएं भी हो सकती हैं, इसलिए दूध से बनी चीजें जरूरत से ज्यादा मात्रा में प्रयोग नहीं करनी चाहिए। दूध को थोड़ी मात्रा में लेने से कोई परेशानी नहीं होगी।
तला हुआ भोजन
गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान बहुत ज्यादा तला भुना भोजन नहीं करना चाहिए, हल्का-फुल्का और जल्दी पचने वाला भोजन करना चाहिए ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।
देखा गया है कि तला-भुना खाने से गर्भवती स्त्रियों को शुगर की समस्या हो जाती है,इसलिए तेल में तला हुआ भोजन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए।
चीनी का प्रयोग
चॉकलेट खाना बहुत से लोगो को पसंद होता ज है, जिसमें बहुत अधिक मात्रा में शक्कर का प्रयोग किया जाता है, जिससे प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। देखा गया है कि जो गर्भवती महिलाएं अधिक शक्कर का प्रयोग करती हैं, उनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। अगर आपको मीठा खाने का मन हो तो आपके मन को समझाए कि यह आपके लिए सुरक्षित नहीं है।
एल्कोहल
एल्कोहल प्रेगनेंसी के दौरान लेना अच्छा नहीं होता, इससे काफी सारी परेशानियां हो सकती हैं। यह बच्चे के विकास में भी प्रभाव डाल सकता है,
लेकिन यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान गर्भवती स्त्रियों को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। अधिक मात्रा में पानी पीने से ज्यादातर शरीर में गए विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते है।
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मछली
गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान मछली खाना बहुत ही फायदेमंद है, मछली पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसमें प्रोटीन, सेलेनियम, फास्फोरस, नियासिन और ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है,अगर मछली ताजी हो तो इसे खाना और भी अच्छा होता है, लेकिन अगर इसे प्रिजर्वेटिव मैं रखा गया हो तो इसका उपयोग करने से बचना चाहिए।
गर्भावस्था (Pregnancy) के इस महत्वपूर्ण समय में गर्भवती स्त्रियों को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना होता है, अक्सर महिलाओं यह अच्छे से पता नहीं होता कि उन्हे क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए,उपर दी गई कुछ चीजों में कुछ का परहेज और कुछ को खाने से महिलाएं अपने और अपने बच्चे को स्वस्थ रख सकती है।