एडम हैरी भारत के पहले ट्रांसजेंडर पायलट हैं. साल 2019 में एडम हैरी खूब सुर्खियों में आए थे. उस समय केरल सरकार की मदद की बदौलत एडम हैरी को राजीव गांधी अकैडमी फॉर एवियशन टेक्नोलॉजी के जरिए पायलेटिंग की पढ़ाई करने का मौका मिला था और उस दौरान इन्होंने पढ़ाई की थी लेकिन वर्तमान समय में एडम हैरी अपना खर्चा पानी चलाने के लिए फूड डिलीवरी कर रहे हैं और इसकी वजह है कि डीजीसीए ने इनको प्लेन उड़ाने की अनुमति नहीं दी है.
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टूट गया बचपन का सपना
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न्यूज़ मिनट की एक रिपोर्ट के मुताबिक एडम हैरी को साल 2021 में साउथ अफ्रीका से प्लेन उड़ाने का लाइसेंस मिला था लेकिन भारत में इनको प्लेन उड़ाने का लाइसेंस नहीं दिया गया है. डीजीसीए के मुताबिक एडम हैरी मेडिकल अनफिट हैं और उनको लाइसेंस नहीं दिया जा सकता. वहीं इसके पीछे डीजीसीए ने तर्क दिया कि इस कैटेगरी में दो ही सेक्शन है. जिसमें पहला फीमेल और दूसरा मेल है. एडम हैरी इन सेक्शन में से किसी भी सेक्शन में फिट नहीं बैठते. यही वजह है इन्होंने इस एग्जाम को फीमेल कैटेगरी में दिया था. एडम हैरी ने बताया कि वह बायो लॉजिकली ज्यादा फीमेल है. इसीलिए उन्होंने परीक्षा को इस कैटेगरी में देना सही समझा.
डीजीसीए ने भी करवाया Psychometric Test
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द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक एडम हैरी का जब टेस्ट हुआ था. उस समय DGCA के ने इनका Psychometric Test भी करवाया था और उस टेस्ट में यह पास नहीं हो पाए. इसके बाद एडम हैरी ने बताया कि जब उनका जन्म हुआ था तो उन्हें फीमेल डिक्लेअर किया गया था और यही वजह रही कि उन्होंने इस परीक्षा को बतौर फीमेल दिया था लेकिन डीजीसीए के तर्क के अनुसार एडम हैरी कहीं भी फिट नहीं बैठते हैं. इतना ही नहीं लाइसेंस ना मिलने के बाद एडम हैरी ने इंस्टीट्यूट ऑफ ऐरोस्पेस मेडिसीन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
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उन्होंने इन आरोपों में कहा है कि यहाँ उनसे पूरे कपड़े उतरवाकर जेंडर प्रूफ करने की बात की गई. अगर मुझ जैसे ट्रांसजेंडर को कमर्शियल प्लेन उड़ाने का लाइसेंस मिल जाता तो इससे सैकड़ों लोगों की जान खतरे में आ सकती थी. मैंने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. खैर, जो भी हो कहना गलत नहीं होगा एडम हैरी के इस मामले में पेच फंसने के बाद इनका कमर्शियल पायलट बनने का सपना अधूरा ही है. अगर एडम हैरी इस केस जीत जाते हैं, तो वह कमर्शियल पायलट बनने की राह पर निकल पड़ेंगे. नहीं तो उनका यह सपना अधूरा ही रह जाएगा.
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