Anshuman Raj : यूपीएससी की परीक्षा को देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं की कैटेगरी में शामिल किया जाता है. वाकई यह परीक्षा काफी कठिन है. और यही वजह है कि ज्यादातर बच्चे सोचते हैं. गांव कस्बे में रहकर इस परीक्षा को पास नहीं किया जा सकता. इसके लिए तो बड़े शहर या बड़ी कोचिंग से ही पढ़ना जरूरी है, लेकिन आज के इस पोस्ट में हम आपको एक ऐसे आईएएस के बारे में बताने वाले हैं. जिसने गांव में रहकर ही यूपीएससी की तैयारी की थी और अब आईएएस बन चुके हैं. और पिछले 2 साल में तो कोरोना की वजह से घर पर पढ़ाई करने का ट्रेंड काफी पॉपुलर हो गया है तो चलिए जानते हैं आईएएस अंशुमान राज के बारे में.
यह भी पढ़े-दोस्त के धोखे ने बना दिया आईएएस, अखबार बेचकर किया था गुजारा
आसान नहीं था शुरुआती सफर
अंशुमान राज बिहार के एक ऐसे इलाके से ताल्लुक रखते हैं. जिस इलाके को बिहार के सबसे पिछड़े इलाकों की कैटेगरी में रखा जाता है. जी हां, वह इलाका बक्सर का है और बक्सर में ही रहकर उन्होंने शुरुआती पढ़ाई की थी. कहा जाता है इस इलाके में बेहद कम संसाधन हैं लेकिन इनका अंशुमान राज की पढ़ाई लिखाई पर कोई असर नहीं पड़ा. अंशुमान बताते हैं कि उनकी शुरुआती शिक्षा यहीं पर पूरी हुई थी और ग्रेजुएशन के लिए वह कोलकाता चले गए. जहां से ग्रेजुएशन पूरी होते ही उन्होंने फिर से गांव वापस लौटने का फैसला किया और गांव आते ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. और उस समय इनको लोगों से सुझाव भी मिले और कहा गया कि वह गांव में रहकर इस परीक्षा को पास नहीं कर पाएंगे. लेकिन इन्होंने किसी की नहीं सुनी और गांव में ही एक अपना स्पेशल स्टडी रूम बना लिया. जिसमें इन्होंने यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दिया और आखिरकार इस परीक्षा में पास भी हो गए.
ऐसी प्राप्त हुई सफलता
अंशुमान राज बताते हैं कि हमें किसी भी परीक्षा की तैयारी करनी हो तो उससे पहले हम को स्मार्ट वर्क करना जरूरी होता है. अगर हम किसी भी चीज को बिना प्लानिंग के तहत करते हैं तो कभी ना कभी उस चीज में हमें असफलता मिलती ही है और असफलता हमें तोड़ देती है. इसीलिए हम शुरुआत से ही प्लानिंग के तहत किसी भी काम को करें. मैंने अपनी पढ़ाई एक प्लानिंग के तहत की थी और मेरा हमेशा से ही लक्ष्य था कि मुझे सिर्फ और सिर्फ इस परीक्षा को पास करना है. अंशुमान के मुताबिक आप हर जगह रह कर पढ़ाई कर सकते हैं. सिर्फ आपके अंदर जोश और जुनून होना चाहिए. वर्तमान समय में तो गांव में भी इंटरनेट मिल जाता है और सिलेबस भी ऑनलाइन मौजूद है. आप चाहे तो ऑफलाइन भी खरीद सकते हैं.
यूपीएससी की तैयारी करने वालों को खास संदेश
वहीं आखिर में अंशुमान राज उन छात्रों को भी मूल मंत्र देते हैं. जो यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं यह कहते हैं इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता आप कितने बड़े शहर में और कितनी बड़ी कोचिंग से पढ़ाई कर रहे हैं. आप चाहे दिल्ली में पढ़ रहे हो या मुंबई में या फिर गांव में आप का डेरा हो. अगर आप सच्चे दिल से मेहनत करते हैं तो आपको सफलता मिल जाती है. सिर्फ आप की प्लानिंग अच्छी होनी चाहिए और चीजों का रिवीजन आपका अच्छा होना चाहिए.
यह भी पढ़े-मलाइका अरोड़ा के बेटे होंगे सलमान की संपत्ति के वारिस, सलमान ने की घोषणा
Discussion about this post