लगन और जज्बे के साथ की गई मेहनत कभी बेकार नहीं जाती है. अपनी मंजिल को पाने के लिए यदि उसके इरादे मजबूत हो तब किसी तरह की कोई भी परेशानियां उसके रास्ते में बाधा नहीं बन सकती. सारी परेशानियां किनारे एक कतार में खड़ी होकर आगे बढ़ने के लिए रास्ते दे देती है. राजस्थान की बिटिया ने ऐसा ही कुछ करके दिखाया है. अपनी मेहनत और जज्बे के बदौलत सब इंस्पेक्टर बन कर खाकी वर्दी पर 2 स्टार सजा लिए.
राजस्थान के बाड़मेर जिले की लक्ष्मी अपने समाज की पहली बेटी है जो सब इंस्पेक्टर बनकर अपने घरवालों का नाम रोशन किया है. अपने कंधे पर राजस्थान पुलिस के दो स्टार सजाए हुए लक्ष्मी को आज अपनी मेहनत का फल मिल गया. तस्वीरों में आप साफ़ देख सकते हैं कि लक्ष्मी जब पहली बार सब इंस्पेक्टर बनकर खाकी वर्दी पर 2 स्टार सजाए हुए अपने घर आती है, तो सबसे पहले अपने पिता को सेल्यूट करती है और अपने सर की टोपी पिता के सर पर रख देती है. उसके बाद उस टॉपिक को वह अपने मां के सर पर रख दी . अपनी बेटी को इस मुकाम पर देख माता पिता खुशी से फूले नहीं समा रहे.
राजस्थान के बाड़मेर जिला मंगले गांव की रहने वाली लक्ष्मी का जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा है. जीवन में आने वाली हर परेशानियों से लड़ते हुए आज इस मंजिल पर पहुंची है. लक्ष्मी के पिता का नेत्रहीन होना जीवन और भी चुनौतीपूर्ण था. लक्ष्मी के दो भाई भी हैं. आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण भाइयों ने अपना आगे की पढ़ाई छोड़ कर कामकाज में लग गए. बातचीत के दौरान लक्ष्मी के भाई ने बताया कि लक्ष्मी बचपन से ही पढ़ने लिखने में काफी होशियार थी. इसलिए हम सभी ने खुद पढ़ाई छोड़ कर अपनी बहन को पढ़ाने के लिए पूरी कोशिश की.
लक्ष्मी मेघवाल समाज की पहली ऐसी लड़की है जो सब इंस्पेक्टर बनी है. पुलिस अफसर बनकर लक्ष्मी ने अपने माता पिता के साथ साथ मेघवाल समाज का नाम भी रोशन किया है. आपको बता दें कि सब इंस्पेक्टर बनने से पहले वह कॉन्स्टेबल भी रह चुकी है. इंटर की पढ़ाई पूरी करने के बाद 2011 में पुलिस भर्ती की परीक्षा दी थी. जिसमें वह कामयाब रही थी. कांस्टेबल प्रशिक्षण के बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखा और बाद में सब इंस्पेक्टर बनकर एक उदाहरण पेश किया.
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