बनासकांठा गुजरात : आज हम आपको एक 62 साल की महिला के बारे में बताएंगे, जो अपने जीवन में कभी स्कूल नहीं गई। इसके बावजूद वह आज अपने बिजनेस से करोड़ों रुपयों का मुनाफा कमाती है। 62 साल की उम्र में नवलबेन पशुपालन का कार्य कर यह साबित कर चुकी है की उम्र सिर्फ 1 नंबर है। गुजरात की रहने वाली यह 62 साल की महिला का नाम नवलबेन दलसगभाई चौधरी है। जो कि पशु पालन का बिजनेस करती हैं। यह एशिया की सबसे बड़ी बनास डेयरी में प्रतिदिन 1000 लीटर का दूध बेचती है। यह हर महीने 8 से 9 लाख रुपए कमाती है। मीडिया रिपोर्टर की मानी जाए तो नवलबेन ने 1 साल में 1.10 करोड़ रुपयों का दूध बेचने का रिकॉर्ड बनाया है। जिसके साथ वह सबसे अधिक दूध बेचकर पैसे कमाने वाली महिला बन चुकी है। उन्होंने 2019 में 87.95 लाख रुपयों का दूध बेचा था।
नवलबेन ने ऐसे की बिजनेस की शुरुआत
नवलबेन दूध बेचने के व्यापार की शुरुआत करने के लिए इन्होंने अपने घर पर एक कंपनी प्रारंभ की, धीरे-धीरे इन्होंने गाय-भैंसे खरीदी। इन्होंने व्यापार को सफलता की मार्ग पर इस तरह से आगे बढ़ाया कि आज इनके पास 250 से अधिक पशु है जिन से दूध निकालकर यह अलग-अलग क्षेत्रों में सप्लाई करती है। नवलबेन रोज सुबह 5:00 बजे उठकर गाय और भैंसों का दूध निकालने के काम में जुट जाती है वह हर रोज 1 हजार लीटर का दूध निकालती है।
पशुओं की देखभाल के साथ-साथ, इन्होंने कई लोगों को दिया रोजगार
नवलबेन अपने पशुओं की देखभाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ती है। नवलबेन अपने पशुओं के तंदुरुस्त सेहत के लिए वे अपने 5 एकड़ की जमीन पर वह स्वयं ही चारा उगाती है, ताकि पशुओं को बिना मिलावट के पौष्टिक आहार मिल सके। नवलबेन अपने पशुओं की देखभाल के लिए साफ शेड व शुद्ध पानी का इस्तेमाल करती हैं।
नवलबेन अपने इस रोजगार के जरिए कई लोगों को काम भी देती हैं। नवलबेन की डेयरी में कर्मचारियों की संख्या 15 है यह अमूल डेयरी के ऑपरेटिव सोसाइटी के साथ भी जुड़ी हुई है। जहां वह अपनी डेयरी से दूध की आपूर्ति करती है आपदा के वक्त जिस तरह हर कोई आर्थिक तंगी का सामना कर रहा था इन्होंने भी आर्थिक तंगी का सामना करते हुए, इन्होंने उस समय 3:50 लाख की कमाई की थी। नवलबेन के चार बेटे हैं व काम कर रहे हैं। इनके बेटे इनसे कम पैसे कमाते हैं।
कई दफा पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी नवलबेन
नवलबेन अपने गुजरात के बनासकांठा जिले के नागाणा गांव के सभी बाधाओं को दूर करते हुए इन्होंने जिले में मिनी क्रांति लाने का काम किया था। यह सुबह-शाम 500-500 लीटर का दूध बेच लेती है। 2019 में 87.95 लाख रुपए का दूध बेचने वाली गुजरात में अपने जिले में यह पहली महिला थी। इन्हें इनकी उपलब्धियों के लिए तीन बार बनासकांठा जिले में सर्वश्रेष्ठ पशुपालक पुरस्कार व दो बार लक्ष्मी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। नवलबेन जिस कंपनी में काम करती है उस कंपनी द्वारा भी इन्हें सम्मानित किया जा चुका है।
” नवलबेन 62 की उम्र व अनपढ़ होते हुए भी, इन्होंने व्यापार के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हुए, एक नई सीख दी है। कि यदि आपके इरादे मजबूत है तो आप हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं। “
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