Anupama: काव्या जो घर छोड़ के चली गई थी घर में वापस आते ही उन्होंने बवाल शुरू कर दिया आके सीधे सबके साथ झगड़ा करने लगी।
अनुपमा सीरियल में हम देख रहे थे कि,
काव्या, जिनका किसी को कोई पता अब तक तक नही था वो मकर संक्रांति के दिन घर में वापस आ आई और घर में वापस आते ही वनराज को काफी सारी बाते सुना डाली जिसकी, वजह से जो मकर संक्रांति का त्योहार घरवाले मना रहे थे वो वही रूक जाता है और, सब लोग बहुत परेशान हो जाते है सब लोग वापस अपने अपने घर चले जाते है। काव्या सबके सामने कहती है कि, अगर वो खुश नहीं है तो वो किसी को भी खुश वो रहने नही देंगी। जहा घर वाले संक्रांति नही मना पाए वही अनुपमा और अनुज वह साथ मिलकर एक पतंग उड़ाते है, अनुपमा ने अपने सभी घर वालो का एक फोटो बनाया था अनुज उसी पेपर से वो पतंग बनाते है अनुपमा उस पतंग को उड़ाने से पहले उस पर अनुज,GK काका और मालविका की फोटो बनाते हुए उन्हें अपना परिवार बताती है जिनके बिना उनका परिवार अब अधूरा है और अनुज के साथ मिलकर वो पतंग को उड़ाती है। उसके बाद वो लोग भी घर आ जाते है।
घर आकर अनुज अनुपमा बात कर रहे होते है तो,अनुज अनुपमा से कहते है की अब अनुपमा को अनुज और काव्या के बीच नही पड़ना चाहिए अब जो कुछ भी करना है उन दोनो को मिलकर करना होगा। तभी वहां मालविका आती और वनराज की साइड लेने लगती है और कहती है कि वनराज सही है और काव्या गलत काव्या हमेशा चीख चिल्लाकर के ही बात करती है कभी शांति से बैठ के बात करती ही नही है।
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और मालविका कहती है कि वनराज उनका दोस्त है और वो हमेशा वनराज का साथ देंगी और इतना कहकर वहां से चली जाती है मालविका की बात सुन के अनुपमा जरा परेशान हो जाती है । वही दूसरी ओर नंदनी काव्या को समझाने की कोशिश करती की वनराज अब उनके साथ नही रहना चाहते है और अब उनके रिश्ते में वो प्यार भी बचा नही है उन्हे अब अपनी जिद छोड़ देनी चाहिए लेकिन काव्या उनकी बात सुनने को तयार नही है फिर नंदनी कहती है कि, काव्या और नंदनी को वापस उनकी मां के पास U.S चले जाना चाहिए ये सुनकर वो जरा सोच में पड़ जाती है अनुपमा उनकी बात सुन लेती है, अनुपमा नंदनी को समझाने की कोशिश करेगी।आगे देखते है की काव्य U.S. जाने को तयार होती है या नहीं।