हर व्यक्ति अपने जीवन में अपने सपने को पूरा करना चाहता है. किसी का सपना पढ़ा हाई से जुड़ा होता है, तो किसी का सपना बिजनेस से. आज हम आपको पंजाब के रहने वाले गुरबीर सिंह के बारे में बताएंगे, जिनका सपना पढ़ने का था. लेकिन किस्मत ने उन्हें कुछ और ही बना दिया. मालूम हो कि जब गुरबीर सिंह महेश 19 साल के थे, तब एक सड़क दुर्घटना में उनके पिता की मृत्यु हो गई थी. पिता के मृत्यु के बाद उनके परिवार में आर्थिक मुसीबतें आने लगी. जिसके बाद गुरबीर सिंह ने अपनी पढ़ाई छोड़ कर काम करने का फैसला किया.
पिता की मृत्यु के बारे में बात करते हुए गुरबीर सिंह कहते हैं कि, “उस समय मैं ग्रेजुएशन कर रहा था, जब मुझे एक दिन अचानक खबर मिली कि एक सड़क दुर्घटना में मेरे पिता की मृत्यु हो गई है. उस समय मेरा परिवार कर्ज में डूबा हुआ था. उस दुर्घटना ने मेरे परिवार को झकझोर कर रख दिया था. मेरे पास पढ़ाई छोड़कर, खेती की तरफ वापस आने के अलावा कोई विकल्प नहीं था”.
आपको बता दें कि गुरबीर सिंह के पिता के मौत के बाद उनके घर की पूरी जिम्मेदारी गुरबीर सिंह के ऊपर आ गई. यही कारण था कि गुरबीर सिंह ने अपनी पढ़ाई छोड़कर खेती करने का फैसला किया. हालांकि वह कभी भी खेती नहीं करना चाहते थे. लेकिन इसके बावजूद भी मजबूरी में वह खेती करने लगे. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि गुरदीप सिंह ने हाइब्रिड खेती की मदद से करोड़ों रुपए कमाए. मालूम हो कि वह मिर्ची की खेती करते हैं और इससे हर साल करोड़ों रुपए कमाते हैं.
अपनी खेती के बारे में बात करते हुए गुरबीर सिंह कहते हैं कि, “आज मैंने अपनी नर्सरी की 18 एकड़ जमीन पर सभी सब्जियों की पौध उगा रखी है. इससे मुझे करोड़ों का टर्नओवर मिलता है. यह लगातार उत्पादन और गुणवत्ता बनाए रखने की वजह से है और इसी वजह से मेरी आमदनी भी कई गुना बढ़ गई है. किसानों ने मेरे इन बीजों की गुणवत्ता को पहचाना और खरीदना शुरू कर दिया. बीजों से किसानों को काफी फायदा हुआ. इससे बाजार में मेरी साख बन गई. उन्होंने न केवल मुझसे बीजों को खरीदा, बल्कि मेरे ईमानदार प्रयास की सराहना भी की”.
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