माँ बनना किसी भी महिला के लिए एक खास पल होता है. जब कोई महिला किसी बच्चे को जन्म देती है, वह उस महिला के लिए बहुत ही अहम समय होता है. आपको बता दें कि बच्चे को जन्म देना केवल उस महिला के लिए ही नहीं बल्कि उस बच्चे के पिता के लिए भी काफी खास पल होता है. हमारे देश भारत में ऐसा माना जाता है कि, बच्चे भगवान का रूप होते हैं. बच्चे किसी भी रूप में जन्म ले चाहे वह बेटा हो या फिर बेटी, वह भगवान की मर्जी से ही होता है. लेकिन आज भी हमारे देश में कई ऐसे मानसिकता के लोग रहते हैं, जो बेटों को बेटियों से ज्यादा श्रेष्ठ मानते हैं. भारत के कई हिस्सों में ऐसा देखा भी जा चुका है कि लोग बेटे को ही पसंद करते हैं.
मध्यप्रदेश में पैदा हुई तीन जुड़वा बेटियाँ
आपको बता दें कि अब तक तुम लोगों ने जुड़वां बच्चों के बारे में सुना है. लेकिन ऐसा कभी-कभी होता है कि, किसी महिला ने एकसाथ 3 बच्चों को जन्म दिया हो. मालूम हो कि मध्यप्रदेश के राजगढ़ के रहने वाले एक कपल के घर तीन बेटियों का जन्म हुआ है. राजगढ़ के रहने वाले जिस परिवार के बारे में हम बात कर रहे हैं, या फिर यूं कहें कि जिस महिला ने तीन जुड़वा बेटियों को जन्म दिया है उसका नाम सीमा तिवारी है, तो वहीं उन बेटियों के पिता का नाम राकेश तिवारी है. आपको बता दें कि राकेश तिवारी और सीमा तिवारी के पहले से ही 3 बेटियां हैं. दोनों की शादी इस साल 2013 में हुई थी.
राकेश तिवारी की तीन बेटियों की उम्र 7 साल, 5 साल और 2 साल है. तीन बेटियों के बाद राकेश तिवारी एवं सीमा तिवारी का सपना था कि, अब उनके घर एक बेटे का जन्म हो. लेकिन भगवान को शायद कुछ और ही मंजूर था. जब सीमा तिवारी प्रेग्नेंट हो गई तो उनका भी यह सपना था कि, उनके पेट से एक बेटे का जन्म हो लेकिन भगवान ने उन्हें तीन जुड़वा बेटियां दी, जिसके बाद राकेश तिवारी ने उसे भगवान का आशीर्वाद माना.
मीडिया से बात करते हुए राकेश तिवारी कहते हैं कि, “बच्चियां तो भगवान की देन हैं, सभी सामर्थ्य अनुसार शान से पालूंगा. जब तीन बेटियां होने की जानकारी राकेश को मिली थी, तो वह बहुत खुश हुए. उन्होंने कहा कि बेटियां भगवान का आशीर्वाद है. हालांकि, साथ में बेटा हो जाता तो परिवार पूरा हो जाता है. मैं बेटियों को अपनी सामर्थ्य शक्ति से बेहतर जिंदगी देने की कोशिश करूंगा”.
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