एक समय पर भारत सोने की चिड़िया हुआ करता था. यह हमने सुना है और पढ़ा है. वाकई यह बात तब सही साबित होती दिखाई देती है. जब हम जगत सेठ घराने जैसे लोगों के बारे में जानकारी अर्जित करते हैं. जगत सेठ घराना एक समय पर भारत का तो सबसे अमीर घराना हुआ ही करता था. इसके साथ ही जब अंग्रेज भारत पर कब्जा कर चुके थे. उस समय यह घराना अंग्रेजों तक क़र्ज़ देता था. यहां तक की जगत सेठ घराने के पास ब्रिटिश के सभी बैंकों से ज्यादा धन संपत्ति थी. आज के इस पोस्ट में हम आपको जगत घराना की शुरुआत और अंत के बारे में ही जानकारी देने वाले हैं.
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अंग्रेजों को कर्ज़ देता था जगत सेठ घराना
जगत सेठ घराने का उस समय किस तरह का दबदबा हुआ करता था. इस चीज का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं. यह घराना उस समय ब्रिटिश सरकार को कर्जा देता था. सरकार इन से समय-समय पर कर्जा लेती रहती थी. इस घराने के उस समय ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ काफी अच्छे रिश्ते बन गए थे. बता दें, इस बहुचर्चित अमीर घराने की नीवें सेठ मानिकचंद के द्वारा 17 वी शताब्दी में रखी गई थीं. वहीं इनको जगत सेठ के नाम से उस समय पर मुगल बादशाह बुलाया करता था और उस समय के बाद से ही इस घराने को जगत सेठ घराने के नाम से जाना जाता है. इन्हें बैंकर ऑफ द वर्ल्ड का भी टाइटल दिया गया था. इस घराने के बारे में कहा जाता है कि उस दौर में इनकी संपत्ति की तुलना ब्रिटिश के बैंकों से की जाती थी और उस समय के अनेकों जानकार मानते हैं कि इनके पास ब्रिटिश के सभी बैंकों से ज्यादा पैसा था.
इतने बिलियन पाउण्ड थी जगत घराने की संपत्ति
उस समय जगत घराने की संपत्ति जानकारी के मुताबिक 1000 बिलियन पाउंड हुआ करती थी. वर्तमान समय में अगर आप इसे देखें तो यह पैसा करीब 10,000,000 पाउंड होता है. कहा जाता है कि उस समय भारत की जितनी अर्थव्यवस्था नहीं हुआ करती थी. जितनी कमाई जगत सेठ घराना कर लेता था. बता दें, इस संपत्ति की देखभाल के लिए 3000 सैनिकों की सेना रखी गई थी.
लेकिन वह कहते हैं ना अंत सबका निश्चित है और जगत घराने के साथ भी ऐसा ही हुआ था. एक समय पर इन्होंने अंग्रेजों को खूब कर्ज दिया था लेकिन जब कर्ज लेने की बारी आई तो ईस्ट इंडिया कंपनी ने साफ साफ मना कर दिया और कर्ज देने से बिल्कुल इंकार कर दिया. इसके बाद जगत सेठ कराने की स्थिति काफी खराब हो गई. वर्तमान समय में यह घराना कहां है और कैसी स्थिति में है. इसके बारे में कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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